उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती में पानी की तलाश में निकला एक हिरण भटकता हुआ रिहाइशी इलाके में पहुंच गया, जहाँ उस पर कुत्तों ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। जब तक ग्रामीण कुत्तों से उसे बचाने का प्रयास करते हिरण की मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे वन कर्मियों द्वारा मृत हिरन को कब्जे में लेकर उसे पोस्ट मार्टम के लिए पशु चिकित्सालय गिलौला भेज दिया गया।
रिहाइशी इलाके में पानी की तलाश में था हिरण:
जंगल से पानी की तलाश में निकला एक हिरण भटकता हुआ सुबह करीब साढ़े सात बजे गिलौला थाना क्षेत्र के घोरमा परसिया गांव के निकट पहुंच गया। जिस पर घोरमा परसिया व घोरमा मठा गांव के बीच कुत्तों ने हमला बोल दिया।
बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है कि प्यास बुझाने के कारण जंगली जानवर रिहाइशी इलाके में आये हो और उनकी मौत हुई हो. इससे पहले भी हिरण की मौत हो चुकी है.
जानवर भी पानी की किल्लत से परेशान:
जंगलों में मौजूद अधिकांश जलाशय सूख चुके हैं। इतना ही नहीं जंगल के मध्य बहने वाले पहाड़ी नालों में भी पानी का अभाव है। ऐसे में जंगली जीव पानी की तलाश में आबादी की ओर जा रहे हैं। जिनका सामना मानव व आवारा कुत्तों से हो रहा है। जिनमें उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है।
ऐसा ही मामला एक पखवारा पूर्व भिनगा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम संभारपुरवा में देखने को मिला। जहां पानी की तलाश में भिनगा जंगल से निकला एक नर हिरण भटकता हुआ संभारपुरवा गांव पहुच गया।
जहां उस पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया था। जिससे उसकी मौत हो गई थी। इससे पूर्व भी भिनगा जंगल के गांधी बीट से पानी की तलाश में निकले हिरण की मौत हो गई थी।
वहीं गिलौला के परेवपुर में एक वर्ष पूर्व पानी की तलाश में निकले हिरन की बौद्ध परिपथ पार करते समय मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई थी।