इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षक भर्ती में घोटाले के आरोप एक बार फिर चर्चा बन रहे हैं. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष अवनीश यादव ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय में पत्र लिख कर शिक्षक भर्ती में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत की हैं.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षक भर्ती में हुआ भ्रष्टाचार:
विश्वविद्यालय के महाविद्यालयों में हो रही शिक्षक भर्ती घोटालों को लेकर छात्र संघ के अध्यक्ष अवनीश यादव ने मानव संसाधन विकास मंत्री एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को पत्र लिख कर भर्तियों की जाँच करवाने की और आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की. इसके साथ ही शिक्षक भर्ती को निरस्त करते हुए पारदर्शिता के साथ नई भर्ती की भी मांग की.
अवनीश यादव ने अपने पत्र में इलाहाबाद के जगत तारन डिग्री कॉलेज के प्राचार्य कमला दूबे की मिलीभगत से शिक्षक नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाया.
मानव विकास मंत्री को लिखा शिकायती पत्र:
उन्होंने कहा कि नियुकिती पारदर्शी होनी चाहिये, लेकिन प्राचार्य ने योग्य और प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों को हटा कर मेरिट में निम्न और अयोग्य लोगों की नियुक्ति की है.
उन्होंने दर्शन शास्त्र विभाग में धांधली की शिकायत की. छात्र संघ अध्यक्ष ने मानव विकास मंत्री के साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंग को भी पत्र लिख कर शिकायत की. इसके साथ ही उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई कर सही नियुक्ति की भी मांग की.
इसके अलावा छात्र अध्यक्ष के पत्र में उन्होंने नियुक्तियों को लेकर कई तथ्य दिए. जिसमे उन्होंने साक्षात्कार में प्रो. डी. एन. द्वेवेदी की अनुपस्थिति के बारे में बताया.
उन्होंने यह भी बताया कि प्राचार्य ने साक्षात्कार के बाद 2-2 परीक्षकों की नियुक्ति के बारे में कुलपति को सूचित नहीं किया, जो गलत था.