मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के गृह जनपद स्थित बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी से हुई मासूमों की मौत के मामले में छात्राओं (oxygen cylinder payments) लखनऊ स्थित ‘वीमेन पॉवर लाइन 1090’ पर चौराहे पर भीख मांगी।
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- छात्राओं का कहना है कि प्रदेश की वर्तमान सरकार के पास ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए पैसे नहीं हैं।
- इसलिए भीख मांगकर जमा हुए पैसे को वह इकठ्ठा करके मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेंगी।
काश! समय रहते उठाते कदम तो न जाती मासूमों की जान!
मासूमों के परिवार वालों के लिए मदद
- ‘वीमेन पॉवर लाइन 1090’ पर ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए भुगतान ना होने पर करीब 50 मरीज मौत के मुंह में समा गए।
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- इस संबंध में मासूमों के परिवार की मदद के लिए इस मुहिम का नेतृत्व कर रही पॉवर विंग की अध्यक्ष सुमन रावत ने बताया कि वह यह राहत प्रदेश सरकार के राहत कोष में जमा करके उनकी थोड़ी सहायता कर रही हैं।
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- उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश की जनता थोड़ी-थोड़ी ही मदद करे तो मृत मरीजों के परिवार वालों को कुछ राहत ही मिल जायेगी।
- छात्राओं ने कहा कि इस संकट की घड़ी में सभी को पीड़ितों का साथ देना चाहिए।
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जब बच्चों ने गुल्लक फोड़कर दिए छात्राओं को रुपये
- गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई में लापरवाही के चलते हुई बच्चों की मौत पर छात्रायें शहर के मुंशी पुलिया पर एकत्र थीं।
- वे विरोध स्वरूप ऑक्सीजन सप्लाई के लिए लोगों से भीख मांग रही थीं।
- इसी बीच वहां के बच्चों ने अपने घरों में रखे गुल्लक को फोड़कर उनमें से निकले रुपये छात्राओं को सौंप दिए।
- उस दौरान वहां का माहौल काफी भावुक हो गया था।
क्या है पूरा मामला?
- बाबा राघवदास (oxygen cylinder payments) मेडिकल कॉलेज (बीआरडी) में ऑक्सीजन ना मिलने से 32 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत हो गई।
- बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में मृतक मरीजों का विवरण इस प्रकार है।
- 7 अगस्त को एनआईसीयू में 4, एईएस से 2 और नॉन एईएस से 3 मरीजों की मौत हुई।
- 8 अगस्त को एनआईसीयू में 7, एईएस से 3 और नॉन एईएस से 2 मरीजों की मौत हुई।
- 9 अगस्त को एनआईसीयू में 6, एईएस से 2 और नॉन एईएस से 1 मरीज की मौत हुई।
- 10 अगस्त को एनआईसीयू में 14 , एईएस से 3 और नॉन एईएस से 6 मरीजों की मौत हुई।
- 11 अगस्त को एनआईसीयू में 3, एईएस से 2 और नॉन एईएस से 2 मरीजों की मौत हुई।
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- इस प्रकार ऑक्सीजन की कमी के चलते बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में 30 मासूमों की भेंट चढ़ गए।
- जिस पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है।
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गोरखपुर कांड पर राजनीति शुरू
- फिलहाल गोरखपुर कांड पर राजनीति शुरू हो गई है।
- विपक्षी पार्टियों के नेता गोरखपुर पहुंचे हैं।
- ये नेता वर्तमान सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे।
- ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली संस्था की ओर से 63 लाख रुपये बकाये को लेकर बीआरडी प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया।
BRD मेडिकल कॉलेज में मरने वाले 30 बच्चों की संख्या घटकर 7 हुई!
- जिसके बाद भी प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं की गयी।
- जिसके बाद भी संस्था की ओर से रोगियों के हितों को ध्यान हुए 4 से 5 दिन और ऑक्सीजन की सप्लाई की गयी।
- लेकिन इसके बावजूद भी बकाये का भुगतान न होने पर ऑक्सीजन सप्लाई आखिरकार बाधित हो गयी।
- जिसके (oxygen cylinder payments) बाद दर्जनों मासूम मौत के मुंह में समा गए।
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