डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्नीकल यूनिवर्सिटी (एपीजेएकेटीयू) के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कानपुर स्थित प्रणवीर सिंह इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (पीएसआईटी) यहां पढ़ने वाले छात्रों से उपस्तिथि बढ़ाने के नाम पर जबरन अवैध वसूली कर रहा है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि रुपये न देने पर कॉलेज प्रशासन उन्हें सेमेस्टर की परीक्षा में न बैठने की धमकी देता है। आरोप यह भी है कि इस मामले की जानकारी उच्चअधिकारियों को है, और ‘किन्हीं’ कारणों से उन्हें ऐसा करने के लिए खुला संरक्षण हैं।
यह हैं छात्रों के आरोप:
- पीएसआईटी में पढ़ने वाले बीटेक प्रथम और द्वितीय सेमेसर के छात्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कॉलेज ने अपने नियम अलग से बना रखे हैं।
- कॉलेज में नियम है कि उपस्तिथि 90 प्रतिशत होनी चाहिए।
- अगर इससे कम उपस्तिथि है तो प्रति लेक्चर के हिसाब के छात्रों से फाइन वसूला जाता है
- सेमेस्टर की परीक्षाओं में न बैठने दिए जाने के डर से सभी यह रकम चुकाते हैं
गरीब बच्चे कैसे करें पढ़ाई:
- छात्रों ने दर्द बयां करते हुए कहा कि हम लोग किसी तरह फीस चुका रहे हैं
- पर विभिन्न कारणों से अगर उपस्थिति थोड़ी कम हो तो इसे बढ़ाने के नाम पर इतने पैसे कहां से लाएं।
- छात्रों का कहना है अब कहीं दूसरी जगह एडमिशन भी नहीं करवा सकते।
- हम लोग बीच में फंसे हैं अब जाएं तो कहां जाएं।
- कॉलेज प्रशासन पर कोई कार्रवाई भी नहीं हो रही है।
- इसकी अगर शिकायत करें तो भविष्य खतरे में है।
यह है एकेटीयू का नियम:
- इस संबंध में एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने बताया कि हमारे यहां उपस्तिथि का मानक 75 प्रतिशत है।
- अगर पीएसआईटी कॉलेज में ऐसा हो रहा है तो वह नियम के विरुद्ध है।
- कॉलेज के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी।
कॉलेज में फोन करने पर या तो प्रबंधन टाल-मटोल करता है, या फ़ोन नहीं उठाता, ऐसे में छात्रों की फ़रियाद का किसी पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। सूत्रों की मानें तो कुछ NGO इस पर HRD मिनिस्ट्री को एक खत लिखने पर विचार बना रहे हैं।