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संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के खिलाफ मेडिकल के छात्रों का प्रदर्शन

संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, मेडिकल के छात्रों का प्रदर्शन

protest against santushti ayurvedic medical college

संतुष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज मिर्जापुर में शिक्षा के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हुए सैकड़ों छात्र सोमवार सुबह कड़कड़ाती ठंड में राजधानी लखनऊ के गौतमपल्ली स्थित वीमेन पॉवर लाइन 1090 चौराहे पहुंचे। यहां छात्राओं ने कॉलेज के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। छात्रों ने कॉलेज के खिलाफ मनमानी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। छात्र मुख्यमंत्री के पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास की तरफ जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। छात्रों ने अपनी चार सूत्रीय मांगो से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। (मेडिकल के छात्रों का प्रदर्शन)

मेडिकल के छात्रों का प्रदर्शन, सीएम से लगाई न्याय की गुहार

प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बताया कि CPAT के तहत 2016-17 काउंसिलिंग पीजीआई में हुई थी। 89 छात्रों के एग्जाम से पहले दूसरे साल की फीस मांगी जा रही है। आरोप है कि काउंसलिंग में फीस 1 लाख 75 हजार बताई गई थी लेकिन अब 2 लाख से ज्यादा लिया गया है। छात्रों का आरोप है कि संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज चुनार मिर्जापुर मनमानी कर रहा है। छात्रों ने बताया कि कॉलेज प्रशासन की शिकायत करने वाले बैच को कॉलेज से निकाल दिया गया। इसके विरोध में बीएएमएस कर रहे भारी मात्रा में छात्र एवं छात्राएं राजधानी लखनऊ आये और प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।

https://youtu.be/0yzPqRYSI-c

इससे पहले भी कॉलेज के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके छात्र

संतुष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन का ये मामला नहीं है। इससे पहले 2 अप्रैल 2017 को वाराणसी की शाखा में नर्सिंग, जीएनएम, एएनएम, बीएससी नर्सिंग, बी-फार्मा के छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया था। छात्रों का आरोप था कि नर्सिंग में एडमिशन लेने के दौरान डॉयरेक्टर डॉ. ऋतु गर्ग ने यह दावा किया था कि आप लोगों को प्रदेश में ही नौकरी मिलेगी। इस दौरान डॉयरेक्टर ने कई तथ्य छिपा लिए और करीब 300 छात्रों से 2-2 लाख रुपये जमा करा लिए। लेकिन पाठ्यक्रम की जिस कॉलेज से मान्यता की बात कही जा रही है, वह राजस्थान का है। उस डिग्री से यूपी में सरकारी नौकरी मिलना मुमकिन नहीं है। छात्रों का आरोप था कि प्रवेश के समय कॉलेज प्रशासन के कई बातें छिपाईं थीं। छात्र व छात्राओं ने न्याय ना मिलने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया था। (मेडिकल के छात्रों का प्रदर्शन)

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