पूरे देश में जहां सोशल मीडिया पर #MeToo को लेकर उबाल है। वहीं उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिला में एक दरोगा जी भी महिला के आरोपों के बीच फंस गए हैं। दारोगा पर एक अनुसूचित जाति की महिला ने शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। दारोगा पर आरोप है उक्त महिला से आरोपित दारोगा आए दिन केवल फोन पर ही अश्लील बातें या फब्तियां नहीं कसता बल्कि एक रात तो वह 11 बजे उसके घर में भी घुसने की जिद पर अड़ गया। किसी तरह अपनी सुरक्षा कर बच पाई इस महिला ने गांव के लोगों की मदद से उससे अपना पीछा छुड़ाया। महिला ने बीस दिन बाद उच्च अधिकारियों का दरवाजा खटखटाया है तो पूरे मामले की जांच सीओ निघासन को सौंपी गई है। इस मामले में एसपी आरएल वर्मा ने कहा कि ये गंभीर मामला है। अगर महिला के आरोप सही हैं तो उक्त दारोगा के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले की जांच सीओ निघासन को सौंपी गई है। उनकी रिपोर्ट आते ही इस मामले में अगली कार्रवाई होगी।
जानकारी के मुताबिक, तिकुनिया इलाके की रहने वाली एक अनुसूचित जाति की एक महिला का आरोप है कि वह एक गरीब महिला है और उसका पति रोजी रोटी कमाने बाहर रहता है। यहां गांव में वह अपने तीन बच्चों के साथ अकेली रहती है। आरोप है कि दो अक्टूबर की रात वह अपने बच्चों के साथ अकेले सो रही थी तभी उसका पड़ोसी बुरी नियत से उसके घर में घुस आया और उससे अश्लील हरकत करने लगा। किसी तरह वह बच्चों की मदद से जान बचाकर गांव में चीखने लगी। अगले दिन शिकायत लेकर वह बेलरायां चौकी गई जहां कोई भी उसकी समस्या दूर करने नहीं आया। अगले दिन वह दोबारा गई और चौकी प्रभारी को पूरी बात बताई। आरोप है कि इस पर चौकी प्रभारी ने उसे अपने कमरे में कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए बुलाया और उससे अश्लील हरकत करने लगा। उसने महिला का मोबाइल नंबर भी पूछ लिया और रात में उसे फोन करके परेशान करने लगा। महिला का आरोप है कि जब उसने उक्त दारोगा का नंबर ब्लॉक लिस्ट में डाल दिया तो दारोगा नंबर बदलकर फोन करने लगा। महिला ने उक्त दारोगा से अपनी इज्जत का खतरा बताते हुए पखवाड़े बाद एसपी की चौखट पर आई और इंसाफ की गुहार लगाई। ये मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।