सुल्तानपुर । उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस महकमें के आठ कर्मचारियों की हुई निर्मम हत्याकांड ने सभी को झकझोर कर रख दिया , जिसके बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आनन फानन में कानपुर पहुंच कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ऑपरेशन क्लीन का फरमान जारी कर दिया । कानपुर हत्याकांड में जहाँ हत्यारे विकास दूबे पर डीजीपी द्वारा ढ़ाई लाख का ईनाम घोषित कर दिया गया है तो वहीं चौबेपुर थाने के आधादर्जन कर्मचारियों को निलम्बित करते हुए विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जा रही है ।
ऑपरेशन क्लीन की हरी झंडी मिलते ही हुई कार्यवही।
ऑपरेशन क्लीन की हरी झंडी मिलते सुल्तानपुर व अमेठी जनपद में तैनात रहे सिपाही सुनील पर अवैध शराब तस्करी का आरोप लगा जो कि वर्दी की आड़ में कुबेर बनने की हसरतें पाल बैठा था और इन हसरतों ने इसे लिकर किंग बना दिया और जब अवैध शराब की एक बड़ी खेप पकड़ी गयी तो फिर महकमा भी शर्मसार हो गया चूकिं लाखों की कीमत की बताई जा रही यह शराब किसी और नहीं बल्कि कुबेर बनने की हसरत पाल बैठे सिपाही सुनील की निकली । सिपाही सुनील के खिलाफ आईपीएस की सुसंगत धाराओं समेत एक्साईज एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजते हुए निलंबन की कार्यवाही को अमल में लाया गया ।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को मिली जांच।
लाखों की अवैध शराब में सिपाही के जुड़े होने के चलते विभाग की साख पर बट्टा लगने लगा जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक ने सख्त रूख अपनाते हुए आरोपी सिपाही सुनील के खिलाफ विभागीय जांच बिठा दी जिसकी जांच अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुलतानपुर शिवराज सिंह को सौंपी गयी । जब एएसपी ग्रामीण शिवराज ने जांच कार्यवाही को बढ़ाया तो सिपाही सुनील के काले कारनामों का सजरा खुलकर सामने आ गया , जिसमें कुबेर बनने की हसरत पाले आरोपी सिपाही सुनील पर लगे आरोप सही पाए गए जिसकी जांच रिपोर्ट का रवन्ना बना कर एएसपी शिवराज ने एसपी को भेज दिया ।
बर्खास्तगी पर एएसपी ग्रामीण ने की पुष्टि।
जब इस प्रकरण पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया की आरोपी सिपाही सुनील पर लगे आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए । जिसके बाद विभागीय जांच के दौरान सिपाही सुनील के काले कारनामों की कुंडली खुलकर सामने आयी । जिसकी जांच रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक महोदय को प्रेषित की गयी , जिस पर पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा आरोपी सिपाही सुनील के विरूद्ध बर्खास्तगी की कार्यवाही की गयी ।
रिपोर्ट- ज्ञानेंद्र तिवारी