सुल्तानपुर: भाजपा की पूर्व केंद्रीय मंत्री व मौजूदा भाजपा सांसद मेनका गांधी के लोकसभा संसदीय क्षेत्र के ग्राम सभा अमेठा के कुम्हारन के पुरवा के इन नौनिहालों की आपबीती से हमारे सुल्तानपुर से संवादाता आपको कराएगे जमीनी हकीकत से रूबरू आखिर सरकारी दावे कागजातों पर तो चलते रहे लेकिन सरकार की जमीनी मंशा दम तोड़ती नजर आई।
गरीबी का दंश नही मिल रही सुविधा।
जीहां कभी ये बच्चे भी खुशी से चहकते थे और खेलते थे,इनका भी अपना सपना था,गरीब का दंश ही सही पर परिवार में खुशियाँ दस्तक देती नजर आती थीं, लेकिन सरकारी सिस्टम के खेल ने एक ही पल में सब कुछ इस परिवार के अरमानों को मिट्टी में मिला कर रख दिया और प्रशासन सोता रहा ।
#सुल्तानपुर: सर से उठा माँ बाप का साया सुविधाओं के आभाव में जी रहा परिवार कच्चे मकान की दीवार गिरने से हुई थी माँ बाप की मौत,सुल्तानपुर जनपद के दूबेपुर ब्लाक के अमैठा ग्रामसभा का मामला देखिये ये रिपोर्ट. @myogiadityanath @UPGovt @CMOfficeUPhttps://t.co/hz1zX5PsCi
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) October 8, 2020
अमेठा ग्राम सभा मे रामपुर कुम्हारन का पुरवा का मामला।
दरसल बता दें ये गरीब परिवार सुल्तानपुर जिले के दूबेपुर ब्लाक में स्थित अमेठा ग्राम सभा मे रामपुर कुम्हारन का पुरवा के निवासी हैं,बीते दिनों इस परिवार पर कुदरत ने कहर बरपा दिया था। जहां रात में सो रहे इन बच्चों के माता पिता के ऊपर घर की कच्ची मिट्टी से बनी दीवार भरभरा कर गिर जाने से मौत हो गयी और अब इन बच्चों के सपने भी ज़मीदोज होते नजर आ रहे हैं , इन बच्चों के आगे पीछे कोई नही है सिवाय बूढ़े बाबा दादी के जिनकी ढ़लती उम्र में अपने बहु और बेटे के जनाजे ने कमर तोड़ कर रख दी है।बूढ़े बाबा दादी की भी अब उम्र हो चली है और ऐसे में यह बड़ा सवाल उठता है कि अब इन नौनिहालों का आखिर पालनहार कौन बनेगा……कौन बनेगा इनका खेवनहार…….
फार्म भरने के बाद भी नही मिली आवास,कच्चे मकान की दीवार गिरने से हुई थी माँ बाप की मौत।
कहीं न कहीं सरकार बड़े बड़े दावे तो करती है जिसमें जनप्रतिनिधियों समेत अफसर प्रधानमंत्री आवास योजना , उज्जवला गैस योजना , इज्जत घर योजना लेकिन सच्चाई यहां तो सहबानों के इमान पर दम तोड़ती नजर आ रही है सरकार। अब इस परिवार को ही ले लीजिए इस गरीब परिवार द्वारा कई बार प्रधानमंत्री आवास योजना का फॉर्म भरा जा चुका है,पर आज तक न ही इनको कोई आवास मुहैया हुआ,और न ही इनके दरवाजे कोई सरकारी कर्मचारी ही आया।
बच्चो ने सुनाई आपबीती।
सरकार लाख बड़े बड़े दावे करती हो कि हमने तो हर गरीब को रहने के लिए आवास,भोजन पकाने के लिए उज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर मुहैया करा दिया है पर जमीनी स्तर पर जो हकीकत है वो इन बच्चो की बाते बया कर रही है कि आखिरकार किस तरह कच्चे चूल्हे पीएम नरेन्द्र मोदी के उज्जवल गैस योजना की उज्जवल तसवीरें बयां कर रही हैं।खैर देखते है कि इस परिवार को कब तक लाभ मिलता है।
सुल्तानपुर से ज्ञानेन्द्र तिवारी की रिपोर्ट