सुल्तानपुर: एक विवाहिता न्याय के लिये दर-दर की ठोंकरे खा रही है। कोर्ट से महिला को घर में रखने का आदेश भी है,लेकिन भनक लगते ही ससुराल वाले घर पर ताला बंद कर फरार हो गये हैं । मजलूम विवाहिता पुलिस के सहारे घर के बाहर बैठे-बैठे पूरी रात गुजार दिया घर के अंदर जाने के इंतजार में रही।
#सुल्तानपुर :एक विवाहिता न्याय के लिये दर-दर की ठोंकरे खा रही है। कोर्ट से महिला को घर में रखने का आदेश भी है,लेकिन भनक लगते ही ससुराल वाले घर पर ताला बंद कर फरार हो गये हैं । देखिए पूरी रिपोर्ट।https://t.co/WyvM9epDeZ
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) October 20, 2020
मिली जानकारी के मुताबीक पूरा मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के मेजरगंज मोहल्ले का है ,जहां मेजरगंज मोहल्ले के निवासी आकाश सोनी का विवाह सिद्धार्थनगर की रहने वाली युवती साक्षी वर्मा से 10 जुलाई 2018 को हुई थी। साक्षी की मानें तो उनके घर वालों ने साक्षी के विवाह के दौरान लाखों रुपए दान दहेज़ भी दिया था।लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही साक्षी को ससुरालीजनों के द्वारा परेशान किया जाने लगा।
पीड़िता साक्षी का आरोप है कि आकाश का किसी लड़की से कई सालों से अफेयर चल रहा था, जिसके चलते आये दिन आकाश व साक्षी में विवाद होता रहता था। एक दिन ऐसा आया कि आकाश के घर वालों ने साक्षी को घर से निकाल दिया और उसके बाद पीड़िता साक्षी वापस अपने मायके चली गई। जहां साक्षी ने सिद्धार्थनगर जिला एवं सत्र न्यायालय की कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया और दौरान सुनवाई करते कोर्ट ने बीते 10 अक्टूबर को न्यायालय ने अपना फैसला सुनाते हुये पीड़िता साक्षी को न्यायालय ने बड़ी राहत दी।
जहा साक्षी को ससुराल में पति के साथ रहने का फैसला सुनाया। ताकि विवाद खत्म हो सके इतना ही नहीं कोर्ट ने ये भी आदेशित किया कि अगर उसे खाने पीने में असुविधा हो तो 6 हज़ार रुपए उसे खर्चे के रूप में दिया जाय।
पीड़िता साक्षी कोर्ट के आदेश को लेकर कल सुल्तानपुर नगर कोतवाली पहुंची जहां कोतवाली नगर पुलिस ने कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराते हुये साक्षी को लेकर उसके ससुराल पहुंची। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि जैसे ही ये जानकारी आकाश व उनके परिवार को लगी तो आकाश समेत परिजनों ने घर के बाहर ताला बंद कर रफ्फूचक्कर हो लिए। पीड़ित विवाहिता साक्षी पुलिस के साथ घर के बाहर बैठ कर ससुराल वालों के आने का इंतजार कर रही है ताकि घर के अंदर दाखिल हो सके और अपने जीवन यापन को सुचारू रूप से आगे बढ़ा सके ।
इनपुट: ज्ञानेन्द्र तिवारी