भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान सरकार में मंत्री स्वाती सिंह की पुत्री समेत महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में पाक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश विकास नागर ने बसपा के पूर्व महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर, राष्ट्रीय सचिव मेवालाल गौतम, नौशाद अली तथा अतर सिंह राव को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया है।
कोर्ट ने आरोपियों को समन जारी करते हुए सुनवाई के लिए 21 जून की तारीख तय की है। पत्रवली के अनुसार वादिनी तेतरा देवी ने हजरतगंज थाने में 22 जुलाई 2016 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 20 जुलाई को बसपा सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा में उनकी बहू, नातिन समेत देश की समस्त महिलाओं को अपशब्द कहे, वहीं 21 जुलाई को नसीमुद्दीन, रामअचल व मेवा लाल के नेतृत्व में बसपा कार्यकर्ताओं ने उनके पुत्र दयाशंकर सिंह को गालियां देते हुए फांसी देने की मांग की तथा दयाशंकर की बेटी, बहन, मां व पत्नी को पेश करने जैसे अभद्र नारे लगाकर लज्जा भंग किया।