भ्रस्टाचारी इंजीनियर यादव सिंह (Yadav Singh) के खिलाफ कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की गई थी. ईडी ने विवेचना रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की थी. रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए आगामी 28 अगस्त को यादव सिंह को जेल से तलब किया था. यादव सिंह हजारों करोड़ के घोटाले का आरोपी है और जेल में बंद है.
सुप्रीम कोर्ट में यादव सिंह ने जमानत की याचिका दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई को टाल दिया है. सुप्रीम कोर्ट दो सप्ताह बाद इस मामले में सुनवाई करेगा.
करोड़ों का लगाया चूना:
- CBI ने नोएडा में सेक्टर-51 के एक फ्लैट एवं आगरा के तीन फ्लैटों को सीज पर दिया.
- नोएडा प्राधिकरण के इंजीनियर रहे यादव सिंह की बनायी 19.92 करोड़ की सम्पत्ति को आयकर विभाग ने जब्त किया था.
- भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार यादव सिंह को आज सीबीआई ने कोर्ट में पेश किया.
- यादव सिंह पर आरोप है कि उसने नोएडा प्राधिकरण में चीफ इंजीनियर रहते हुए लूट मचाई.
- कई सौ करोड़ रुपये घूस लेकर ठेकेदारों को टेंडर बांटे.
- ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी में इंजीनियर रहते हुए भी काले कारनामे को अंजाम दिया था.
- यादव सिंह की सभी तरह के टेंडर और पैसों के आवंटन में बड़ी भूमिका होती थी.
- इस तरह यादव सिंह ने अकूत धन कमाया.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें