उच्चतम न्यायाल के न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर आज लखनऊ में . आज दिनांक 20-01-2018 नई दिल्ली के न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर प्रथम कंप्यूटर द्वारा कंप्यूटर कमेटी कान्फ्रेंस का उद्घाटन किया. न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर पिछले वर्ष भी लखनऊ आ चुके है तब उन्होने कहा था किसी भी क्षेत्र में अन्याय पर न्यापालिका को मूक नही रहना चाहिए. इसके साथ न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर ने सेमिनार को संबोधित किया.
कंप्यूटर कमेटी कांफ्रेंस की शुरुआत…
दो दिवसीय लखनऊ में प्रथम कंप्यूटर कमेटी कांफ्रेंस की हुई शुरुआत.कांफ्रेंस में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मदन बी लोकुर, इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस तरुण अग्रवाल, चीफ जस्टिस इलाहाबाद हाई कोर्ट जस्टिस बाबा साहब भोंसले, कानून मंत्री ब्रजेश पाठक, सीनियर जज इलाहाबाद हाई कोर्ट लखनऊ बेंच जस्टिस विक्रम नाथ हैं मौजूद.जस्टिस दिनेश माहेश्वरी, चीफ जस्टिस मेघालय हाई कोर्ट भी हैं मौजूद. ब्रजेश पाठक, कानून मंत्री यूपी सरकार. उत्तर प्रदेश देश का पहला प्रदेश है जहां हाई कोर्ट है. हम लगातार digitilization की तरफ बढ़ रहे हैं. हम अनुरोध करेंगें की ये व्यवस्था निचली अदालतों में भी लागू की जाए. इस व्यवस्था से न्यायिक प्रक्रिया को बेहद लाभ पहुंचेगा.
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जस्टिस लोकुर ने कहा डिजिटिलाइजेशन का हम स्वागत करते है.
ये वही है जज हैं जो उन चार जजेज़ में शामिल थे जिन्होंने इतिहास बनाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.जस्टिस लोकुर ई कमिटी की क़ामयाबी टीम वर्क पर निर्भर करती है. समन्वय के बिना ये कामयाब नहीं हो सकता है. लिटिगंट्स और अधिवक्ताओं को भी इससे बेहद फायदा पहुंचेगा. अक्सर जज किसी मामले को सुनने से इनकार कर देते है. ये एक स्वास्थ्य फैसला होता है. अगर किसी जज को किसी मामले में इंटरेस्ट नहीं है, तो फिर वो उस मामले के साथ शायद इंसाफ ना कर सके.
हाई कोर्ट में E फाइलिंग शुरू हो जायेगी
हाई कोर्ट अदालतों की एफिशिएंसी में इज़ाफ़ा करेगी. हम को सलाह मिलती रहती है जिसमें एनआरआई लंबित मामलों पर सवाल भी खड़ा करते हैं. भविष्य को देखें आज में जीने की कोशिश करें.कुछ हफ्तों में सभी हाई कोर्ट में E फाइलिंग शुरू हो जायेगी और एक और डिजिटिलाइजेशन का स्वागत करें.