उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित ताज कॉरिडोर घोटाले में बसपा सुप्रीमो के खिलाफ दायर चार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल सुनवाई टाल दी है। ताज कॉरिडोर घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई चार सप्ताह के लिए टाल दी है। साथ ही याचिकाकर्ताओं को अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
बसपा सुप्रीमो मायावती पर आरोप
- उत्तर प्रदेश का ताज कॉरिडोर मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
- इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ याचिकाएं दायर की गई हैं।
- बता दें ताज कॉरिडोर का प्रोजेक्ट करीब 175 करोड़ रुपये का था।
यह है पूरा मामला
- ताज कॉरिडोर बनाने की शुरुआत नवम्बर 2002 में मायावती की सरकार में शुरू हुई थी।
- इस प्रोजेक्ट के तहत बसपा सरकार ने ताजमहल से आगरा किले तक कॉरिडोर बनाने की योजना बनायी गयी थी।
- गौरतलब है कि ताजमहल से आगरा के किले की दूरी तकरीबन 2 किलोमीटर है।
- इस दौरान ताज कॉरिडोर में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, एम्यूजमेंट पार्क, रेस्टोरेंट आदि बनाये की योजना थी।
- जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 17 करोड़ की धनराशि भी जारी कर दी थी।
- जिसके बाद पर्यावरणविदों ने कॉरिडोर के बनने से ताजमहल को नुकसान पहुंचने की बात कही।
- जिसके बाद तत्काल प्रभाव से प्रोजेक्ट को रोक दिया गया।
- इसी क्रम में शुरुआती धनराशि के रूप में जारी हुए 17 करोड़ के घोटाले को लेकर SC में याचिक दायर की गयी थी।