मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही मिर्जापुर पहुंचे हुए हैं। जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि दलित आंदोलन भाजपा विरोधी पार्टियों के द्वारा उकसाकर कराया गया है। सर्वोच्च न्यायालय ने केवल एससी एसटी एक्ट लगाने से 7 दिन पहले जांच की बात कही थी पर उसे एक्ट में संशोधन बता कर दलित समाज को बरगलाने का काम सपा बसपा कांग्रेस ने किया है।
हिंसा फैलाने वाले अराजकतत्वों पर की जाएगी कार्रवाई
कहा कि दलित आंदोलन में शामिल हिंसा फैलाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मंत्री से पूछा गया कि जिस प्रकार किसी संत के अनुयायियों द्वारा हिंसा फैलाने पर उस संत पर भी कार्रवाई किया जाता है तो क्या ऐसे में सरकार इस आंदोलन के पीछे शामिल पार्टी के प्रमुखों पर भी कार्रवाई करेगी। इस प्रश्न के जवाब को टालते हुए मंत्री ने कहा कि संत के आश्रम के अंदर अगर हिंसा होती तो इसके लिए संत भी जिम्मेदार होते हैं, पर इस आंदोलन के हिंसा में ऐसा नहीं है।
500 अधिक बनाए गए गेहूं क्रय केंद्र
प्रदेश में गेहूं खरीद को लेकर मंत्री ने कहा कि इस बार 500 अधिक क्रय केंद्र बनाए गए हैं। जिससे किसान को गेहूं बेचने के लिए अधिकतम 10 किलोमीटर दूर ही जाना पड़ेगा। ऋण मोचन योजना में किसानों को अभी तक ऋण से मुक्ति नहीं मिली है के बारे में कहां की 14 अप्रैल तक ऐसे छूटे हुए किसान ऑनलाइन आवेदन कर इसका लाभ उठा सकते हैं।
शाही ने कहा कि विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की गलत व्याख्या करके दलितों के बीच गफलत पैदा करने की कोशिश की है। उन्हें आरक्षण समाप्त होने, एससी-एसटी एक्ट में संशोधन होने और केंद्र सरकार के उदासीन होने की बातें कहकर बरगलाया गया है। जबकि केंद्र सरकार ने 6 दिनों के भीतर ही पुनर्विचार याचिका दाखिल कर दिया था।