कासगंज के एसपी सुनील सिंह को हटा दिया गया है. उनकी जगह पियूष श्रीवास्तव को कासगंज की कमान सौंपी गई है. जिले में हिंसा को लेकर लापरवाही बरतने के आरोप सुनील सिंह पर लग रहे थे. सुनील सिंह को मेरठ भेज दिया गया है. पियूष श्रीवास्तव अबतक आजमगढ़ की कमान संभाल रहे थे. वहीं खबरों के मुताबिक, अभी और भी कई अधिकारियों पर हिंसा में लापरवाही बरतने पर गाज गिर सकती है.
योगी के मंत्री ने कासगंज हिंसा को बताया छोटी घटना
कासगंज हिंसा पर अब योगी सरकार के मंत्रियों के अजीबो-गरीब बयानों का सिलसिला शुरू होते दिख रहा है. अब सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने चार दिन से जल रहे कासगंज की हालातों को ‘‘एक छोटी सी घटना’’ कहा है और मीडिया को सलाह दी है कि इसे अनावश्यक तूल न दिया जाये. इसके पहले आज ही एक अन्य मंत्री मनोहर लाल पंथ ने मीडिया से उलट सवाल में पूछ लिया था कि कासगंज में क्या कोई बात हो गयी है? दंगों पर काबू न पाया जा सके तो इसे सरकारी मशीनरी की विफलता कहा जायेगा लेकिन अगर सरकार में बैठे वरिष्ठ मंत्री इसे एक-दो मौतों वाली मामूली घटना बताने लगें तो सरकार की संवोदनहीनता सामने आ जाती है.
मंत्रियों का संवेदनहीन बयान
आज कानपुर में योगी सरकार के दो मंत्री सार्वजनिक कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुॅचे थे. इनमें एक थे कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही. उन्होने प्रेस काफ्रेंस में कासगंज हिंसा रोकने पर सरकार की विफलता पर क्या कहा.मीडिया ने प्रेस काफ्रेंस के बाद मंत्री जी को फिर रोका और कासगंज हिंसा पर कुछ और सवाल दागे. इस पर शाही ने कहा कि इस तरह के तथ्य सामने आ रहे हैं कि विपक्षी दलों ने कासगंज में स्थिति बिगाड़ने का काम किया लेकिन इस बारे में सरकार अपना अधिकारिक बयान जाॅच रिपोर्ट आने के बाद जारी करेगी.
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