बसपा से बगावत करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने लगातार दूसरे दिन पलटी मारते हुए सपा को गुण्डों और माफिया की पार्टी बताया। बुधवार को बसपा छोड़ने पर जो पार्टियां उन्हें लपकने को तैयार बैंठी थीं। गुरूवार शाम को स्वामी ने उन पार्टियों को ही खरी-खोटी सुनाकर प्रदेश की सियासत गर्मा दी।
- मौर्य ने अपने आवास पर मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब में कहा कि सपा को लेकर नेता प्रतिपक्ष के रूप में उनकी जो राय रही है, उस पर वह कायम हैं।
- सपा सरकार में गुंडे और अपराधी बेखौफ हैं। प्रदेश में कोई विकास कार्य नहीं हुआ। उन्होंने कहा, मैं मुलायम सिंह के परिवारवाद का विरोधी हूं। मेरा किसी भी पार्टी में जाने का रुझान नहीं है।
- स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा और भाजपा हिन्दु-मुस्लमान को बांटकर दंगे कराना चाहती है, जो संवैधानिक भावनाओं के खिलाफ है।
- मौर्य ने सपा-भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि दोनों दलों को इस सांप्रदायिक सियासत से बाज आना चाहिए।
- बसपा छोड़ने पर आजम खां और शिवपाल सिंह यादव ने जिस तरह से मौर्य का स्वागत किया था उससे ऐसा लग रहा थी कि वे सपा की तरफ रूख कर सकते हैं।
- मौर्य का सपा में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा था वहीं, सपा के कुछ नेता तो मौर्य के मंत्री बनने तक की बात कर रहें थे।
- बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिस तरह से मौर्य के लिए नरम रूख अपनाया हुआ था, और उन्हें एक बड़ा नेता बताया था उससे इन संभावनाओं को बल मिल रहा था।
- इस दौरान मौर्य ने किसी दल में जाने के बजाए अपनी खुद की पार्टी बनाने के संकेत दिए हैं। हालांकि उन्होने इस बाबात कुछ नहीं कहा है।
- स्वामी प्रसाद मौर्य ने बताया कि बसपा के उन सभी नेताओं से बात करेंगे, जिन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है।