पदोन्नति में आरक्षण बिल पास कराने व एस0सी0/एस0टी0 एक्ट पर मजबूत कानून बनाने को लेकर आज सामाजिक परिवर्तन प्रतीक स्थल गोमती नगर में आरक्षण समर्थकों ने मरते दम तक आन्दोलन करने के लिये खायी कसम। आरक्षण समर्थकों का केन्द्र की मोदी सरकार पर करारा हमला जमकर हुई नारेबाजी। सभी राज्यों के आरक्षण समर्थकों का जल्द ही तैयार होगा साझा मंच और लाखों आरक्षण समर्थक दिल्ली में डालेंगे डेरा।
आरक्षण समर्थकों ने खायी आजीवन आन्दोलन जारी रखने की कसम:
प्रदेश के सुरक्षित लोकसभा क्षेत्रों में जल्द शुरू होगी आरक्षण बचाओ चौपाल और दलित सांसदों की खोली जायेगी पोल। पदोन्नति में आरक्षण संवैधानिक संशोधन 117वां बिल लोकसभा से पास कराने व एस0सी0/एस0टी0 एक्ट को अविलम्ब लोकसभा व राज्य सभा से पारित कराकर मजबूत कानून बनाने के लिये मरते दम तक आन्दोलन जारी रखने हेतु आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उ0प्र0 के तत्वाधान में आज प्रदेश के सभी सरकारी विभागों के संयोजकों को सुबह 7 बजे सामाजिक परिवर्तन प्रतीक स्थल, गोमती नगर, लखनऊ में बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर व माता रमाबाई की प्रतिमा पर संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने शपथ दिलायी।
पदोन्नति में आरक्षण बिल की मांग:
आरक्षण समर्थकों द्वारा शपथ लेने के बाद लम्बे समय से पदोन्नति में आरक्षण बिल पारित न कराने व उ0प्र0 में आरक्षण अधिनियम 1994 की धारा-3(7) को बहाल न करने के खिलाफ जमकर नारे बाजी की गयी और सर्वसम्मति से यह ऐलान किया गया कि अब इस आन्दोलन को राष्ट्रव्यापी आन्दोलन बनाने के लिये एक साझा मंच तैयार कर सामूहिक रूप से सभी प्रदेशों के आरक्षण समर्थक कार्मिक लाखों की संख्या में दिल्ली में डेरा डालेंगे।
आरक्षण बचाओ व एस0सी0/एस0टी0 एक्ट को मजबूती देने के बाद आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उ0प्र0 के संयोजकों अवधेश कुमार वर्मा, के0बी0 राम, डा0 रामशब्द जैसवारा, आर0पी0 केन, अनिल कुमार, अजय कुमार, पी0एम0 प्रभाकर, अनिल कुमार सागर, श्याम लाल, अन्जनी कुमार, लेखराम, रीना रजक, बीना दयाल, अंजली गौतम, अनीता, सुधा, रेनू, प्रेम चन्द्र, राधेश्याम, जितेन्द्र कुमार, महेन्द्र सिंह, अशोक सोनकर, राजेश पासवान, दिनेश कुमार, राम चरन, जयचन्द्र, अरविन्द फर्सोवाल ने कहा कि बहुत जल्द ही सुरक्षित सीट से जीतकर आये सांसदों के क्षेत्र में आरक्षण समर्थकों द्वारा आरक्षण बचाओ चैपाल लगायी जायेगी, जिसके माध्यम से समाज को जागरूक करते हुए यह बताया जायेगा कि पिछले 4 साल से ज्यादा व्यतीत होने को है।
बाबा साहब द्वारा बनायी गयी संवैधानिक व्यवस्था के तहत प्राविधानित पदोन्नति में आरक्षण बिल लम्बे समय से लोकसभा में लम्बित है, लेकिन समाज के पहरेदारों ने कुछ नहीं किया। जिसका नतीजा है कि आज आरक्षण खतरे में है।
आरक्षण समर्थकोें ने एस0सी0/एस0टी0 एक्ट का विरोध करने वाले आरक्षण विरोधियों पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि यह कानून वर्षों पुराना है, इसका विरोध करने वाले लोग संविधान विरोधी हैं। संघर्ष समिति उनसे यह पूछना चाहती है कि जब यह कानून लागू था तो देश में क्या पहाड़ टूट पड़ा था? इस कानून से उन्हीं लोगों को दिक्कत है जो दलित समाज को इंसान नहीं समझते।