पानी में पैदा होने वाले रोगों जैसे डेंगू,मलेरिया और स्वाइन फ्लू को लेकर लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में नर्सिंग होम एसोसिएशन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, पैथोलॉजी एसोसिएशन के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
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सभी प्रपत्र पूरे करें पैथोलॉजी सेण्टर
- इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा गया कि डेंगू के लिए की जा रही कार्डटेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर पॉजिटिव न लिखकर रिएक्टिव लिखा जाये।
- वही डेंगू की पुष्टि निर्धारित चार सेंटीनियल लैब से ही करायी जाये।
- उन्होंने कहा कि नर्सिंग होम, पैथोलॉजी के मुख्य गेट पर चारों लैब के बारे में बोर्ड पर लिखा जाये।
- आईएमए अध्यक्ष डॉ.पीके गुप्ता ने कहा कि सभी नर्सिंग होम में की जा रही पैथोलॉजिकल जांचों को एमसीआई में पंजीकृत डॉक्टरों से ही कराये।
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- सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई ने कहा कि सभी रोगों के बारे में सूचना तुरंत सीएमओ ऑफिस में दें।
- उन्होंने कहा कि पंजीकरण उन्हीं नर्सिंग होम, पैथोलॉजी का होगा जिसके सभी प्रपत्र पूरे होंगे।
- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. एससी श्रीवास्तव ने स्कूलों में जांच का सुझाव दिया।
- साथ ही कहा कि रोगों के बारे में विद्यालयों में यह भी देखें की बच्चे पूरी आस्तीन की कमीज पहने।
- ऐसा न पाये जाने पर उस विद्यालय को नोटिस भी दी जानी चाहिये।
- उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर जलजनित रोगों के बारे में लोगों को जागरूक करने वाले वीडियो भी चलाये जाने चाहिये।
- बैठक में सीएमओ द्वारा सभी को डेंगू एवं स्वाइन फ्लू की चिकित्सा संबंधी नयी गाइड लाइन भी उपलब्ध करायी गयी।
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