शहर में स्वाइन फ्लू, डेंगू और वायरल बुखार के बढ़ते मरीजों के कारण स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी सरकारी अस्पतालों में फीवर डेस्क की व्यवस्था की हैं। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, गोमती नगर के डॉ.राम मनोहर लोहिया अस्पताल, बलरामपुर अस्पताल सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में रविवार को फीवर डेस्क की संचालन व्यवस्था लगभग ठप रही। ऐसे में सभी सरकारी संस्थान स्वास्थ्य विभाग की धज्जियां उड़ाते नज़र आये।
ये भी पढ़ें:बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इन्सेफ़ेलाइटीस का हमेशा रहा है कहर!
नहीं माना आदेश
- केजीएमयू के न्यू ओपीडी में बनी फीवर क्लीनिक में ताला लटका हुआ था।
- मरीजों की भीड़ एकत्र होने के बाद ट्रामा सेंटर में मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गयी।
- स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया था कि रविवार को ओपीडी में बुखार के मरीज देखे जाएगे।
- बावजूद इसके केजीएमयू के न्यू ओपीडी में स्वाइन फ्लू व फीवर क्लीनिक बंद मिली।
- यहां पर सुबह लगभग बीस से तीस मरीज इलाज के लिए पहुंच गये थे।
- मरीजों ने जब क्लीनिक पर ताला देखा तो उनका गुस्सा बढ़ गया।
- इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस एन शंखवार को मिली।
- उन्होंने पीआरओ को भेज कर मरीजों के इलाज की व्यवस्था ट्रामा सेंटर में करायी।
- डॉ. शंखवार ने बताया कि ट्रामा सेंटर में छह बिस्तरों का स्वाइन फ्लू वार्ड बनाया गया है।
- यहां पर मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था है। इसी प्रकार लोहिया अस्पताल में भी फीवर क्लीनिक में डाक्टर मौजूद नहीं थे।
ये भी पढ़ें:इधर बच्चों की मौत, उधर भाजपा कार्यकर्ताओं ने करवाया अश्लील डांस!
- मरीजों को इमरजेंसी भेजा जा रहा था। यहां पर जब डाक्टर के बारे में पूछा गया तो बताया कि जब मरीज आएगा तो डाक्टर भी आ जाएंगे।
- इसके अलावा बलरामपुर अस्पताल, रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल, सिविल अस्पताल में भी इमरजेंसी ही चलायी जा रही थी।
- ज्यादातर अस्पतालों में क्लीनिक में कोई नहीं मिला।
ये भी पढ़ें: दावा: 2018 तक यूपी पूरी तरह खुले में शौच से हो जायेगा मुक्त!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें