आज भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस है! इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी हॉस्पिटल में यू.पी के राज्यपाल राम नाईक ने पहुँच कर पुष्पांजलि अर्पित की!
- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक होने के साथ-साथ महान शिक्षाविद और चिन्तक भी थे।
- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को एक प्रखर राष्ट्रवादी और कट्टर देशभक्त के रूप में भी याद किया जाता है।
- सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धांतों के पक्के इंसान थे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी।
- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने संसद में सदैव राष्ट्रीय एकता की स्थापना को ही सदैव अपना प्रथम लक्ष्य माना।
- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने संसद में दिए अपने भाषण में कहा था कि “राष्ट्रीय एकता के धरातल पर ही सुनहरे भविष्य की नींव रखी जा सकती है।”
- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की भारतीय इतिहास में छवि एक कर्मठ और जुझारू व्यक्तित्व वाले ऐसे इंसान की है।
जन्म-
- एक प्रसिद्ध बंगाली परिवार में 6 जुलाई, 1901 को डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म हुआ था।
- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की माता का नाम जोगमाया देवी मुखर्जी था।
- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पिता का नाम आशुतोष मुखर्जी था।
- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पिता बंगाल के एक जाने-माने व्यक्ति और कुशल वकील थे।
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