उत्तर प्रदेश का ताज कॉरिडोर घोटाला मामला देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, मामले में दायर याचिका पर शुक्रवार 24 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।
बसपा सुप्रीमो मायावती भी हैं आरोपों के घेरे में:
- उत्तर प्रदेश का ताज कॉरिडोर मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
- साथ ही मामले में दायर याचिका पर सुनवाई शुक्रवार को होनी है।
- गौरतलब है कि, ताज कॉरिडोर घोटाला मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती समेत उनके विश्वस्त करीबी नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी आरोपों के घेरे में हैं।
- ताज कॉरिडोर का प्रोजेक्ट करीब 175 करोड़ रुपये का था।
पूरा मामला:
- ताज कॉरिडोर बनाने की शुरुआत नवम्बर 2002 में मायावती की सरकार में शुरू हुई थी।
- 175 करोड़ की लागत वाले इस प्रोजेक्ट के तहत सरकार ताजमहल से लेकर आगरा के किले तक कॉरिडोर बनाने की योजना बनायी गयी थी।
- गौरतलब है कि, ताजमहल से लेकर आगरा के किले की दूरी तकरीबन 2 किलोमीटर है।
- इस दौरान ताज कॉरिडोर में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, एम्यूजमेंट पार्क, रेस्टोरेंट आदि बनाये की योजना थी।
- ज्ञात हो कि, प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 17 करोड़ की धनराशि भी जारी कर दी थी।
- जिसके बाद पर्यावरणविदों ने कॉरिडोर के बनने से ताजमहल को नुक्सान पहुंचने की बात कही।
- जिसके बाद तत्काल प्रभाव से प्रोजेक्ट को रोक दिया गया।
- इसी क्रम में शुरुआती धनराशि के रूप में जारी हुए 17 करोड़ के घोटाले को लेकर SC में याचिक दायर की गयी थी।