उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिला के ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में घर मे भूत का साया बताकर एक पाखंडी तांत्रिक ने ऐसी वारदात को अंजाम दिया जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। घर में तांत्रिक क्रिया को अंजाम देने आए तांत्रिक ने पहले तो घर के पुरुषों को श्मशान से मिट्टी लेने भेज दिया और फिर घर में मौजूद दो महिलाओं को नशीली दवा सुंघाकर बेहोश कर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। परिवार की दो महिलाओं से दुष्कर्म के बाद आरोपी हरिराज वापस अपने घर चला गया। सुबह श्मशान से वापस लौटे घर के पुरुषों ने जब महिलाओं को बेहोशी और अस्त- व्यस्त हालत में देखा तो उनके होश उड़ गए।
पुलिस में शिकायत करने के बजाय पीड़ित परिजनों ने हरिराज से सम्पर्क किया और उसको तांत्रिक क्रिया से फायदा ना होने की बात कहकर दुबारा घर आने को कहा। शुक्रवार दोपहर हरिराज दुबारा शरीफ नगर पहुंचा और पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर गया तो पीड़ित परिवार ने उसको बंधक बनाकर पुलिस को मौके पर बुला लिया। पुलिस आरोपी हरिराज सैनी को गिरफ्तार कर थाने ले आई और उसके खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, मामला ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र के शरीफ नगर का है। यहां रहने वाले एक परिवार में पिछले काफी दिनों से पारिवारिक समस्याएं चल रही थीं। लगातार परेशानियों से जूझते परिवार को जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो उन्होंने एक तांत्रिक से सम्पर्क किया। तांत्रिक ने परिवार के लोगों को बताया की घर में भूत-प्रेत का साया है और परेशानियों से मुक्ति तभी मिलेगी जब वह घर में तांत्रिक क्रिया कर भूत को अपने कब्जें में कर लेगा। परिवार जिस तांत्रिक पर भरोसा कर रहा था वह उत्तराखण्ड के उधमसिंह नगर का रहने वाला हरिराज सैनी था और जसपुर मोहल्ले में रहता था।
तांत्रिक के झांसे में पूरी तरह फंस चुके परिवार ने आखिरकार हरिराज को घर पर आकर तांत्रिक क्रिया करने को कहा और हरिराज के निर्देशों के मुताबिक सारे इंतजाम किए गए। 23 जुलाई को रात में हरिराज तांत्रिक क्रिया के लिए शरीफ नगर पहुंचा और उसने आधी रात को तांत्रिक क्रिया शुरू की। तांत्रिक क्रिया कर रहे हरिराज ने घर में मौजूद पुरुषों को एक घड़ा दिया और उसे लेकर श्मशान जाने को कहा।
हरिराज ने घर के पुरुषों को चेतावनी दी कि श्मशान में रुक कर उसके कहे अनुसार पूजा करने के बाद घड़े में श्मशान की मिट्टी लेकर सुबह के समय वापस आना है। पुरूषों के जाने के बाद हरिराज ने घर में मौजूद दो महिलाओं में से एक को तांत्रिक क्रिया के लिए बुलाया और उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया। महिला के बेहोश होने के बाद हरिराज ने महिला के साथ दुष्कर्म किया और फिर महिला की देवरानी के कमरे में जाकर उसको भी अपनी हवश का शिकार बनाया।