उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित करीब 30 साल पुरानी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विस(TCS lucknow) को बंद किया जा रहा है, जिसके तहत सभी कर्मचारियों को मौखिक आदेश पढ़कर सुनाया गया था। जिसके बाद TCS कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले में मदद की गुहार लगायी थी, ज्ञात हो कि, TCS का लखनऊ ऑफिस बंद होने से करीब 2 हजार लोगों की रोजी-रोटी पर खतरा मंडरा रहा है।
सीएम योगी से मिलेंगे TCS के कर्मचारी(TCS lucknow):
- लखनऊ स्थित 30 साल पुराने TCS के ऑफिस को बंद किया जा रहा है।
- जिसके बाद TCS कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले में मदद मांगी थी।
- इसी क्रम में TCS के कर्मचारी शनिवार 15 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास पर जनता दरबार में सीएम योगी से मिलेंगे।
- जिसके लिए TCS कर्मचारी जनता दरबार में पहुँच चुके हैं।
- साथ ही बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी भी मुख्यमंत्री योगी से मिलने पहुंची हैं।
कर्मियों ने हैशटैग के साथ CM योगी से मांगी थी मदद(TCS lucknow):
- सूबे की राजधानी लखनऊ स्थित TCS सेंटर को बंद करने का आदेश दिया गया है।
- जिसके तहत गुरुवार को कर्मियों को मौखिक आदेश पढ़कर सुनाया गया था।
- इसी के साथ ही कर्मियों ने सेंटर को बचाने के लिए ट्विटर पर #SaveTCSLko का हैशटैग भी चलाया था।
- यह हैशटैग TCS कर्मियों द्वारा गुपचुप तरीके से चलाया जा रहा था।
- साथ ही कर्मियों ने मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मदद की गुहार लगायी थी।
ये भी पढ़ें: CM योगी ने दी 91 जरुरतमंदों को 1,24,76,000 की आर्थिक मदद!
आर्थिक दिक्कतें बनी बंदी की वजह(TCS lucknow):
- लखनऊ स्थित TCS सेंटर को बंद किया जा रहा है।
- जिसके पीछे लीज पर बिल्डिंग का किराया चार गुना बढ़ाए जाने की बात कही जा रही है।
- वहीँ सूत्रों के मुताबिक, आर्थिक दिक्कतें कंपनी की बंदी की वजह बन रही हैं।
- TCS बंद होने से करीब 2 हजार लोगों की रोजी-रोटी पर संकट बन जायेगा।
ये भी पढ़ें: रक्त परीक्षण एवं रक्तदान अभियान की बैठक में पहुंचे पंकज सिंह!
1987 से लखनऊ में है TCS(TCS lucknow):
- TCS सेंटर लखनऊ में बंद किया जा रहा है।
- जिसके बाद करीब 2 हजार लोगों की रोजी-रोटी पर संकट गहरा रहा है।
- गौरतलब है कि, TCS 1987 में लखनऊ में है।
- इस दौरान 1987-88 तक राणा प्रताप मार्ग पर TCS का ऑफिस रहा था।
- जिसके बाद 2008 तक TCS का ऑफिस स्टेशन रोड पर रहा था।
- स्टेशन रोड के बाद ऑफिस को गोमती नगर में शिफ्ट किया गया था।