उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और प्रशासन बेबस और लाचार दिख रहा है। बुलंदशहर गैंगरेप की घटना के बाद चारों तरफ पीड़ित परिवार के लिए सहानुभूति और उनको न्याय दिलाने की बात हो रही है इसी बीच NH-24 पर हुए एक और गैंगरेप ने प्रदेश को दहला दिया है।
NH-24 पर एक टीचर के साथ तीन बदमाशों ने गैंगरेप किया और फरार हो गए। ये घटना मंगलवार को बरेली के समीप NH-24 पर हुई। दरिंदगी की हद तो उस वक्त हो गई जब उन्होंने इस रेप का MMS भी बना डाला और पीड़िता को खेत में छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस इस मामले पर कुछ भी कह पाने में असमर्थ है और आरोपी हमेशा की तरह पकड़ से दूर। बुलंदशहर की घटना के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे वहीँ पुलिस की कार्यशैली भी निशाने पर है जो डायल 100 पर बार-बार कॉल किये जाने के बावजूद भी उत्तर कॉल का जवाब नही मिला।
प्रदेश में लगातार गैंगरेप की बढ़ती घटनाओं के बाद भी सरकार ऐसे गंभीर मुद्दे पर कितनी संजीदा है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सपा सरकार के कैबिनेट मंत्री ने गैंगरेप को विपक्षी दलों की साजिश बता डाला।
डीजीपी जावीद अहमद सहित पुरे महकमे को 24 घंटे का अल्टीमेटम मिला था मुख्यमंत्री की ओर से लेकिन अभी भी मुख्य अपराधी पहुँच से दूर हैं। हालाँकि अखिलेश यादव ने बुलंदशहर गैंगरेप की जाँच के लिए टीम तो बना दिया है लेकिन ये टीम पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाने में कितनी सफल साबित होती है, ये देखने वाली बात है लेकिन बरेली इस घटना ने फिर से यूपी में कानून व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ा दी हैं।