राजधानी में उस वक्त साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई जब सुंदरकांड के आयोजन को लेकर एक समुदाय ने अपना विरोध व्यक्त किया। स्थानीय पुलिस की लापरवाही के वजह से मामला बढ़ गया था पर बाद में अधिक पुलिस बल के साथ स्थिति पर काबू पाने की कोशिश में लाठी चार्ज करना पड़ा। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की और मामले को तूल ना देने की अपील की।
बीजेपी युवा नेता अभिजात मिश्रा और मनकामेश्वर वार्ड के बीजेपी पार्षद रंजीत सिंह को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी के बाद मौके पर मौजूद उनके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया जिसमें एसीएम चतुर्थ संजय पांडे और सीओ मोहनलाल गंज आलोक कुमार जायसवाल गंभीर रूप से घायल हो गए।