एक तरफ उत्तर प्रदेश की गौशालाओं में गायों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन गायों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ गौशालाओं के पास ही गौवध होने की खबरें भी सामने आ रही हैं। ताजा मामला बीकेटी थाना क्षेत्र का है। यहां गौशाला के पास ही गाय के अवशेष मिलने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि यहां गौशाला के पास ही चार गायों का वध कर दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि गौ तस्कर पशुआश्रय केंद्र के सामने बाग में 4 गायों को काटकर इन दुधारू पशुओं का मांस निकाल ले गए।

ग्रामीणों ने पशुओं के अवशेष देखे तो पुलिस को सूचना दी। जबतक पुलिस मौके पर पहुंची तबतक ग्रामीणों की भीड़ इकठ्ठा हो गई। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है। बीकेटी के पहाड़पुर गांव में हुई इस घटना की चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है। तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पुलिस ने ग्रामीणों को आश्वाशन के बाद शांत करवाया। फ़िलहाल पुलिस ने कुछ अवशेष पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं। वहीं कुछ अवशेषों को वहीं बाग़ में दफना दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]गौशालाओं में आये दिन पशुओं की हो रही मौतें[/penci_blockquote]
बता दें कि इस गैशाला में लावारिस गायों को पालने के लिए गौशाला बनाई थी। लाखों की लागत से बनी इस गौशाला में बड़ी संख्या में गायों का पालन चल रहा है। मगर पिछले कुछ महीनों में यहां की स्थिति बदतर होती जा रही है। हर दिन गाय की मौत की खबरें आने लगी हैं। बताया जा रहा है कि गौशाला में देखभाल का अभाव और गायों को चारों देने की लापरवाही के चलते वो मौत का शिकार हो रही हैं। यही वजह है कि पिछले महीनों में कई गाय और बछड़े दम तोड़ चुके हैं। ये हाल केवल इसी आश्रय केंद्र का नहीं बल्कि यूपी की हर गौशाला का है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]योगी सरकार में कब आएंगे अच्छे दिन[/penci_blockquote]
योगी के मुख्यमंत्री बनने पर सूबे की अधिकाँश जनता को उम्मीद थी कि सूबे की 3 करोड़ से अधिक गायों और 450 से अधिक गोशालाओं के अच्छे दिन आयेंगे। उम्मीद तो इतनी गोशालाएं खुलने की थी कि सड़कों पर कोई गाय आवारा नहीं घूमेगी जिससे पशु तस्करी पर भी रोक लगेगी। कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी आदित्यनाथ ने अपने जीवन का सर्वाधिक समय हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र मानी जाने वाली गायों की देखभाल और रक्षा में बिताया है। गायों के लिए रोज़ सुबह 3 बजे उठकर गायों को उनके नाम से बुलाने और उनको खाना खिलाने से पहले नाश्ता तक नहीं करने वाले गो प्रेम के लिए मशहूर उन्ही योगी आदित्यनाथ पर अब सत्ता सुख मिल जाने के बाद सूबे की गायों के प्रति असंवेदनशील होने और गौ माता से किये वादे पूरे नहीं करने का गंभीर आरोप लग रहा है। योगी सरकार द्वारा अच्छे दिन लाने के नाम पर गौ माता को धोखा देने का यह आरोप आरटीआई कंसलटेंट संजय शर्मा ने पशुपालन विभाग के मुख्यालय के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) और जन सूचना अधिकारी द्वारा संजय को बीते 27 मार्च को जारी किये गए एक पत्र के आधार पर लगाया है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]ये है आरटीआई का आंकड़ा[/penci_blockquote]
बताते चलें कि लोकजीवन में पारदर्शिता और जबाबदेही और मानवाधिकार संरक्षण के लिए काम कर रहे संजय शर्मा ने बीते साल के अक्टूबर महीने की 01 तारीख को यूपी सरकार को एक आरटीआई अर्जी देकर गायों के मुद्दों पर 6 बिन्दुओं पर सूचना माँगी थी। पशुपालन विभाग के मुख्यालय के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) ने संजय को मुख्यालय के सामान्य अनुभाग-2 के प्रशासनिक अधिकारी का एक पत्र दिया है जो बीते 26 मार्च को जारी किया गया है। संजय को बताया गया है कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में राज्य सरकार द्वारा निराश्रित गायों को रखने के लिए पंजीकृत गोशालाओं के सुद्णीकरण हेतु 10 करोड़ और 5 करोड़ 16 लाख की दो योजनायें बनाई तो गईं पर साल का अंत आ गया और सरकार एक पैसा भी अवमुक्त नहीं कर पाई। वित्तीय वर्ष 2017-18 से पहले ही सरकार बन जाने पर भी पूरे साल भर हर मंच से गायों पर भाषण देने वाले योगी आदित्यनाथ द्वारा निराश्रित गायों को रखने के लिए पंजीकृत गोशालाओं के सुद्णीकरण हेतु साल के 5 दिन अवशेष रहने तक एक नया पैसा तक अवमुक्त न करा पाने पर संजय ने योगी की कथनी और करनी में अंतर होने का आरोप लगाया है और गाय प्रेम के मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ और उनकी अगुआई में चल रही BJP सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

इनपुट – ज्ञानेंद्र

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