भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार यूपी में निवेश संबंधी दिक्कतों को दूरकर विकास का माहौल तैयार कर रही है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि औद्योगिक निवेश के लिए जमीन आसानी से उपलब्ध हो, इसके लिए राजस्व संहिता में संशोधन किया जा रहा है। इसके बाद निवेशकों को 50 एकड़ तक जमीन खरीदने की अनुमति संबंधित जिले के डीएम से ही मिल जाया करेगी। अभी तक यह सीमा 12.5 एकड़ ही थी। प्रदेश में व्यापार आसान हो इसके लिए पहली बार भाजपा सरकार ने सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए ही भुगतान, क्लीरेंस, एनओसी और नक्शा पास करने की व्यवस्था की गई है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर विभिन्न विभाग 372 बिंदुओं के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। इसके तहत कामर्शियल कोर्ट भी शुरू किए गए हैं। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुशासन से देश-विदेश के उद्योगपतियों में विश्वास जगा है और वे यूपी में निवेश के लिए आतुर हैं।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि लखनऊ में 21 व 22 फरवरी को होने वाली इन्वेस्टर्स समिट में टाटा, अंबानी जैसे बड़े औद्योगिक घराने शिरकत करेंगे और यूपी में अभूतपूर्व निवेश शुरुआत करेंगे। इस समिट में शामिल होने के लिए देश-विदेश से अबतक 3000 से अधिक निवेशक पंजीकरण करा चुके हैं, जबकि 200 से अधिक निवेश प्रस्ताव सरकार के पास आ चुके हैं। पिछली विपक्षी सरकारों ने निवेश के नाम पर केवल एमओयू ही किए जिनमें से कोई भी मूर्त रूप नहीं ले सका है। कहा कि पिछली सपा और बसपा की सरकारों में करीब 70 हजार करोड़ के एमओयू हुए थे जिनमें 20 फीसदी पर भी काम शुरू नहीं हुआ है।
डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार यूपी की प्रगति के लिए पिछली सरकारों में एमओयू करके चुप बैठ जाने वाले निवेशकों को भी ‘ईज ऑफ डूइंग् बिजनेस’ के तहत वर्तमान की सभी सहूलियतें देने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुशासन से निवेश के लिए बना माहौल यूपी के स्वर्णिम भविष्य की ओर इशारा कर रहा है।