आतंकी कमरुज्जमा की मदद करने वाले तीन कारोबारियों के सामने आए नाम

कमरुज्जमा के हिजबुल और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों से तार जुड़े होने के तथ्य सामने आए। इसी मामले में कमरुज्जमा को दस दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी। जिसके बाद किश्तवाड़ निवासी तीन कारोबारियों के नाम सामने आए। इन कारोबारियों के बारे में जब पड़ताल शुरू हुई तो जानकारी हुई कि कमरुज्जमा को असोम से लाने और किश्तवाड़ में उसे दुकान खुलवाने से लेकर रहने की व्यवस्था करने तक में उसकी मदद की थी।

  • कमरुज्जमा तीन माह तक तो किश्तवाड़ में दिखा उसके बाद वह गायब हो गया।
  • इसके बाद उसकी गिरफ्तारी कानपुर से हुई।
  • इस गायब रहने के छह माह के अंतराल में उसने पाकिस्तान में ट्रेनिंग ली थी।
एनआईए जांच के दौरान हुआ यह खुलासा

कानपुर के चकेरी से पकड़े गए आतंकी कमरुज्जमा की मदद घाटी के तीन कारोबारी कर रहे थे। यह सनसनीखेज खुलासा एनआईए जांच के दौरान हुआ है। जांच एजेंसी ने किश्तवाड़ के रहने वाले इन कारोबारियों की पूरी कुंडली निकाल ली है। एनआईए कोर्ट लखनऊ ने तीनों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू (नॉन बेलेवल वॉरन्ट) जारी कर दिया गया है।

  • अब इनकी गिरफ्तारी के लिए एनआईए की टीम जल्द ही जम्मू-कश्मीर जाएगी।
  • कमरुज्जमा को एटीएस की टीम ने 17 सितम्बर 2018 को चकेरी से गिरफ्तार किया था।
  • बाद में इस केस में एनआईए ने जांच पड़ताल शुरू की।
तीनों कारोबारियों के खिलाफ पुख्ता सबूत सामने आने पर एक्शन में आई एनआईए

किश्तवाड़ में रहने वाले तीनों कारोबारी पाकिस्तानी आकाओं के सम्पर्क में हैं। कमरुज्जमा की पाकिस्तान की एजेंसी से इन्हीं कारोबारियों ने भेंट कराई थी। जिसके बाद उसकी ट्रेनिंग, रहने खाने की व्यवस्था कराई गई थी।

  • तीनों कारोबारियों के खिलाफ पुख्ता सबूत सामने आने के बाद एनआईए की तरफ से कोर्ट में एनबीडब्ल्यू के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था।
  • एनआईए सूत्रों के मुताबिक अब एक टीम किश्तवाड़ जाकर तीनों कारोबारियों को गिरफ्तार कर एनआईए की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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