बुलंदशहर गैंगरेप में पुलिस ने वारदात के मास्टरमाइंड और गैंग सरगना सलीम की गिरफ्तारी कर ली है। सलीम के साथ कन्नौज का जुबैर और शाजिद भी गिरफ्तार बताया जा रहा है। पुलिस अपने बयानों के कारण घिरती नजर आ रही है। लगातार बदलते बयान पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं।
इस मामले में खुलासा हुआ कि सलीम छैमार जाति है और उसका बाबरिया गैंग के साथ कोई संबंध नहीं है। पुलिस की मानें तो सलीम करीब दो दर्जन वारदातों को अंजाम दे चूका है। सलीम को 5 राज्यों की पुलिस तलाश रही थी।
नाम न छापने की शर्त पर पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि सहारनपुर के गंगोह के निवासी सलीम छैमार जनजाति से है। उसके गैंग में कन्नौज, मेरठ, हापुड़, नोयडा और बुलंदशहर के बदमाश शामिल है। पुलिस ने सलीम के साथ जिन दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है उनके नाम जुबैर और शाजिद है। जुबैर कन्नौज का रहने वाला है। अधिकारी के अनुसार, तीनो बदमाशों की गिरफ्तारी मेरठ और मवाना इलाके से हुई।
थर्ड थ्यौरी की स्क्रिप्ट-
- डीजीपी जावीद अहमद ने दावा करते हुए तीन आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही थी।
- जावीद अहमद के अनुसार, यह गैंग बाबरिया जनजाति के अपराधियों का है।
- डीजीपी ने इस वार्ता के दौरान बबलू और भटिंडा के नरेश उर्फ ठाकुर के नाम का खुलासा किया था।
- पुलिस अपराधियों के स्थानीय होने का दावा करती रही।
- एक दिन बाद ही पुलिस ने रईस के अलावा दो आरोपियों के नाम बदल दिये।
- पुलिस की तीसरी थ्यौरी में सलीम की अरेस्टिंग दिखाई गयी है।
- सलीम को पुलिस अधिकारी पहले ही बाबरिया गैंग का बता रहे थे।
- लेकिन अब इस नई स्क्रिप्ट मेंसलीम बाबरिया गैंग का न होकर छैमार जनजाति का निकला है।
- पुलिस के तीसरे खुलासे ने भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
अपराधियों के आपसी कनेक्शन पर पुलिस क्यों है चुप-
- बुलंदशहर के रईस को पहले मामले का मुख्यारोपी बताया गया था।
- पुलिस ने दावा किया कि उसकी शिनाख्त पीड़ित परिवार ने की है।
- बदमाश रईस कई महीने से इलाके में लगातार वारदातें कर रहा था।
- देहात पुलिस का संरक्षण भी उसे प्राप्त था।
- डकैती के मामले में भी पुलिस ने वसूली करके उसे छोड़ दिया था।
- इस वारदात में शामिल गैंग के बदमाशों का आपसी कनैक्शन जोड़ने से पुलिस बचती दिख रही है।
- रईस के साथ जेल गया जबरसिंह को भी बाबरिया गैंग का बताया ही जाता है।
- पुलिस ने उसकी पत्नी से भी बड़ी जानकारियां निकलवाने का दावा किया।
- सलीम का डेरा भरतपुर में होना बताया।
- तीसरा बदमाश शाबेज हापुड़ का रहनेवाला है और उसका भाई परवेज शातिर लुटेरा है।
- अभी तक पुलिस ने जिन अपराधियों को गिरफ्तार किया है वो अलग-अलग जिलों से हैं।
- जबकि पुलिस इनके आपसी कनेक्शन के बारे में कुछ भी बोलने से परहेज करती नजर आ रही है।
क्या ये हाई कोर्ट के दखल का असर तो नही-
बुलंदशहर में हाईवे पर गैंगरेप की घटना पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सख्त रूख अपनाया हुआ है। सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा है कि क्यों ना इस मामले में सीबीआई जांच करायी जाए।
- कोर्ट ने इस मामले में प्रगति जानने के लिए एसएसपी बुलंदशहर से रिपोर्ट मांगी है।
- इसके साथ ही कोर्ट ने सरकार से बुलंदशहर गैंगरेप मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
- कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 10 अगस्त की अगली तारीख दी है!
- बताया जा रहा है कि कोर्ट इस मामले में सरकार की अब तक की कार्यवाही से संतुष्ट नहीं है।
- कोर्ट ने मीडिया में आ रही खबरों के बाद इस पर संज्ञान लिया है।
- बुलंदशहर के एसएसपी अनीस अहमद अंसारी उन बदमाशों से खुद पूछताछ कर रहे थे।
- लेकिन पुलिस ने इस मामले के खुलासे का दावा तक किया है।
- जब हाईकोर्ट ने मंगलवार दोपहर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए सख्ती दिखाई।
कहीं ऐसा तो नही कि राज्य सरकार को छीछालेदर से बचाने के लिए पुलिस ने नई थ्यौरी रचकर मामले का खुलासा किया हो। तो फिर गैंगरेप के आरोपियों को पुलिस कोर्ट में कैसे सजा दिला पायेगी?