दुनिया भर में अदालतों का निर्माण लोगों को न्याय दिलाने के लिए हुआ है। उत्तर प्रदेश में जिला स्तर से लेकर स्टेट तक अदालत अलग-अलग तरह के मुकदमें सुनती हैं और फिर उसपर सुनवाई करती है और अपना फैसला देती है। ये सब सुनने में सभी को आम लग रहा होगा लेकिन क्या आपने कभी भूतों की अदालतों के बारे में सुना है। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में स्थित सुल्तान शाह के दरबार में भूतों की अदालत लगाई जाती है। इस न्यायलय में सिर्फ भूतों की पेशी होती है और उन्हें केस खत्म होने के बाद फांसी की सजा सुनाई जाती है।
मानसिक रोगी हैं आते :
फर्रुखाबाद के रेलवे लोको स्थित सुल्तान शाह के दरबार में मानसिक रूप से परेशान लोग आते हैं। यहाँ आने वाले पीड़ितों के परिजनों को विश्वास होता है कि उनके ऊपर भूत या किसी ऊपरी हवा का साया है। इसके साथ ही हर जुम्मे रात यहां कव्वाली की जाती है जिसे सुनते ही भूत से पीड़ित लोग हरकत करना शुरू कर देते हैं। यहाँ पर मरीज सिर पटक- पटक कर अपनी गलती मानते हैं। गलती मानने के बाद सुल्तान शाह उन्हें भूत-प्रेत जैसी बंदिशों से मुक्त कराते हैं।
जैसे ही यहाँ पर मरीजों का इलाज शुरू होता है, वे ऊट-पटांग और अजीब हरकतें करने लगते हैं। बाबा के दरबार में भूतों को उनके जुर्म के मुताबिक सजा सुनाई जाती है। इसके साथ ही कुछ केसों में भूतों को फांसी की सजा दी जाती है। इस दरबार में एक लोहे का खंभा लगा है जिस पर फांसी की रस्म अदा की जाती है।
दरगाह की देखभाल करने वाले राजा भाई की मानें तो तमाम उपरी हवाओं से परेशान लोग यहां आते हैं। पीड़ित, बाबा की अदालत में पेशी पर पहुंचकर खुद स्वीकार करते हैं कि वे किस ऊपरी प्रभाव से उस व्यक्ति को परेशान कर रहे हैं। यहाँ आने वाले लोग यहां रहकर अपने मरीजों का इलाज करवाते हैं। यहां रुकने वालों के ठहरने का इंतजाम दरगाह की ओर से किया जाता है।