शहर दर शहर पोस्ट ऑफिस के बाहर बस एक ही चीज दिखाई दे रही है। लंबी होती कतारें और उन कतारों में शामिल देश के भविष्य। सबसे ज्यादा भीड़ उन लोगों की है जिन्होंने सडकों पर झाड़ू लगाने और नाले साफ करने के लिए तो पढाई नहीं होगी। इन हजारों युवाओं ने जो डिग्री के कोर्स पूरा करने में वक्त और पैसा लगाया वो क्या था?
बड़ी समस्या है बेरोजगारी-
- पूरे यूपी में अलग-अलग नगर निगमों के सफाईकर्मी के 40 हजार पोस्ट की भर्तियां निकली हैं।
- इस नौकरी को पाने के लिए हजारों युवक ऐसे हैं जो ग्रेजुएट है या पोस्ट ग्रेजुएट या फिर आईटीआई के डिप्लोमा धारक।
- संगीत तक की डिग्री रखने वाले युवक सफाईकर्मी की ये नौकरी करने को तैयार हैं।
- उनका कहना है कि कम से कम महीने की पगार तो आएगी जिससे घर का खर्चा-पानी चलेगा।
- डॉक्टर इंजीनियर बनने का सपना लेकर पढ़ने वाले भी इसी लाइन में हैं।
- पोस्ट ऑफिस के बाहर भीड़ बता रही है कि बेरोजगारी किस प्रकार देश की बड़ी समस्या बन चुकी है।
- सरकार के तमाम दावे खोखले दिख रहे हैं।
- केंद्र से लेकर राज्य तक की सरकारों ने रोजगार देने के वादे किये।
- लेकिन आज डिग्री और डिप्लोमा लेकर युवक सड़क पर झाड़ू लगाने के लिए भी तैयार हैं।
- तमाम योजनाओं की बातें करने वाली सरकारें अभी तक कोई ठोस कदम उठा पाने में असफल साबित हुई हैं।
- इन युवाओं का कहना है कि रोजगार तो मिल रहा है न कम से कम, डिग्री लेकर घूम ही तो रहे हैं कब से।
- सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले युवा भी इस नौकरी को पाना चाहते हैं।
- यूपी के कई शहरों में युवाओं को पोस्ट ऑफिस के बाहर देखा जा सकता है।
- भूख और बेरोजगारी अब पद और प्रतिष्ठा पर भारी पड़ने लगी है।