राजधानी लखनऊ के नाका कोतवाली पुलिस ने तीन ऐसे जालसाजों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है जो खुद को क्राइम ब्रांच का दारोगा बताकर चारबाग क्षेत्र में अवैध वसूली कर रहे थे। नाका पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है। पकड़े गए आरोपियों को कैसरबाग व वजीरगंज के साथ साथ कई और थानों की पुलिस तलाश कर रही थी।
इन्स्पेक्टर नाका परशुराम सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों ने चारबाग इलाके में अवैध वसूली की शिकायत मिल रही थी। क्षेत्र के दुकानदारों ने बताया था कि तीन लोग वसूली करते हैं जो खुद को क्राइम ब्रांच का दारोगा बताते हैं। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने बस अड्डा चौकी इंचार्ज वैभव सिंह को आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए थे। चौकी इंचार्ज ने अपने मुखबिरों को सक्रिय किया और दुकानदारों को भी सूचना देने के निर्देश दिए। आरोपी जैसे ही दुकानदारों के पास वसूली करने पहुंचे वैसे ही उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। पहले से ही आरोपियों की तलाश में बैठी नाका पुलिस ने घेरा बंदी करके आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से वसूली के 800 रुपये भी बरामद हुए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम चेतन शर्मा पुत्र स्व. वीरेंद्र कुमार शर्मा निवासी नटखेड़ा थाना कृष्णानगर, सुमित कुमार सोनकर पुत्र चंद्र प्रकाश सोनकर निवासी न्यू सरदारी खेड़ा आलमबाग और सरफराज पुत्र स्व. शब्बीर अहमद निवासी सामनगर आलमबाग बताया है। आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगालकर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
इससे पहले भी गिरफ्तार हो चुके फर्जी दरोगा
14 अप्रैल 2018 को इंदिरानगर थाना प्रभारी मुकुल प्रकाश वर्मा ने पुलिस टीम के साथ मड़ियांव थाना क्षेत्र के टैम्पो स्टैंड से शाहजहांपुर निवासी शौरभ मिश्रा नाम के सख्श को गिरफ्तार किया था। ये फर्जी दरोगा पहले भोले भले लोगों का मोबाईल नंबर हासिल करता था। फिर लड़की की आवाज में लोगों को मोबाईल फोन से कॉल करके अपने प्रेम जाल में फंसाकर, प्यार में फंसने के बाद खुद को दारोगा बताकर प्यार में फंसाये गए व्यक्ति से जेल भेजने की धमकी देकर पैसे ऐंठने का काम करता था।
24 मई 2018 को राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से रेलवे राजकीय पुलिस (जीआरपी) ने दो फर्जी इंस्पेक्टर (महिला/पुरुष) को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी। पकड़े गए आरोपी एक युवती और एक युवक थे। दोनों ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी साथ ही दोनों की वर्दी के कंधे पर तीन स्टार भी लगे हुए थे। जीआरपी ने दोनों को शक होने पर हिरासत में लिया था। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह कौशांबी जिला के रहने वाले हैं।