इटावा लायन सफारी में जल्द ही गुजरात से आने वाले तीन युवा बब्बर शेरों की दहाड़ गूंजेगी। सर्दियां बीतते ही बब्बर शेर आ जाएंगे। इसके लिए लायन सफारी में शेरों का कुनबा आबाद होगा। वहीं वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। इस बीच प्रदेश के 2 प्राणी उद्यानों के नए नाम की भी चर्चा चल रही है। बीते दिनों एक बड़े लेवल की बैठक में गोरखपुर के निर्माणाधीन प्राणी उद्यान और लखनऊ जू का नाम बदले जाने की भी चर्चा हुई है। गोरखपुर और लखनऊ जू के लिए दो लोगों के नाम आगे आए हैं। हालांकि इस मामले में विभागीय अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
4 सालों में तीसरी बार आ रहे गुजरात के शेर
- बता दें कि पिछले 4 सालों में तीसरी बार गुजरात के बब्बर शेर यहां लाए जा रहे हैं।
- अभी यहां 6 वयस्क और दो अवयस्क बब्बर शेर हैं।
- दोनों ही प्रदेशों के वन विभाग के पीसीसीएफ अधिकारियों की बब्बर शेरों को यहां लाने के बारे में बात हो चुकी है।
- उत्तर प्रदेश से आला अधिकारियों ने गुजरात का दौरा भी किया है।
- प्रदेश के पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ एसके उपाध्याय ने बताया कि हम लायन सफारी को और संवारना चाहते हैं।
- गुजरात के अधिकारियों से हमने राजकोट जू से एक नर और मादा एशियाई बब्बर शेरों को यहां लाने के लिए बात की है।
फरवरी-मार्च तक शेरों के आने की उम्मीद
- केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) की अनुमति के बाद सब कुछ सही रहा तो फरवरी-मार्च 2018 तक प्रदेश को तीन और बब्बर शेर मिल जाएंगे।
- देश में गुजरात के एकमात्र एशियाई बब्बर शेरों वाला वाइल्डलाइफ टूरिस्ट क्षेत्र होने से इटावा लायन सफारी शुरूआत से ही चर्चा में है।
- लोकसभा चुनाव 2014 में पीएम मोदी और तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच में चुनावी मुद्दा भी बन गया।
- हालांकि कई असफलताओं के बीच धीरे-धीरे इसने रफ्तार पकड़ी।
- इस वक्त यहां दो अवयस्क बब्बर शेर हैं।
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