इन तीन कारणों से मिली हार :
- समाजवादी पार्टी में यूपी चुनाव के समय शुरू गृहयुद्ध का असर फिर देखने को मिला।
- भले निकाय चुनाव के पहले शिवपाल यादव के तेवरों में पहले के मुकाबले नरमी देखने को मिली हो।
- मगर फिर भी सपा का मतदाता इस बात को लेकर भ्रमित है कि असल में पार्टी प्रमुख कौन है।
- साथ ही काफी दिनों से चल रही इस पारिवारिक जंग का अंतिम अंजाम क्या होने वाला है।
- इसी कारण पारिवारिक कलह को निकाय चुनाव में हार का बड़ा कारण माना जा सकता है।
- यूपी के विधानसभा चुनाव में शिवपाल के अलावा अखिलेश ने सभी प्रत्याशियों का प्रचार किया था।
- मगर इस निकाय चुनाव में खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश ने किसी के लिए प्रचार नहीं किया था।
- वहीँ इस चुनाव में खुद सीएम योगी ने सभी प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया था।
- जबकि समाजवादी पार्टी में इस चुनाव को लेकर किसी तरह का उत्साह देखने को नहीं मिला।
- इसका साफ़ तौर से असर चुनाव परिणाम पर पड़ा और सपा की करारी हार हुई।
- साथ ही नोटबंदी और GST को सपा, बसपा सहित सभी पार्टियों ने उठाया था।
- मगर कुछ लोगो को छोड़कर किसी को इनसे समस्या या तकलीफ देखने को नहीं मिली।
- ऐसे में विपक्ष का ये मुद्दा जनता के बीच ज्यादा नहीं चल पाया और उसकी बड़ी हार हुई।
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