उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु अब वहां के लोगों को विदेशी भाषाएँ सिखाई जाएँगी। केन्द्रीय पर्यटन संस्कृति मंत्रालय का मानना है कि इस तरह की पहल से विदेशी पर्यटकों को होने वाली असुविधा को कम किया जा सकेगा। गौरतलब है की बनारस में हर साल विदेशी पर्यटकों का खूब आना होता है।
पंडों एवं मल्लाहों को किया जायेगा शामिल:
- वाराणसी में केंद्र सरकार की नयी पहल, पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु व विदेशी पर्यटकों की सुविधा के लिए प्रमुख विदेशी भाषाओँ को सिखाया जायेगा।
- केंद्रीय पर्यटन संस्कृति मंत्रालय के साथ साथ बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टूरिज्म मैनेजमेंट भी इस मुहिम में शामिल।
- इस प्रोग्राम के तहत काशी के पंडों व मल्लाहों को दिया जायेगा प्रशिक्षण।
- प्रशिक्षण में पंडों एवं मल्लाहों को दिया जायेगा प्रमुख विदेशी भाषाओँ की जानकारी।
- फ्रेंच, स्पेनिश, जापानी एवं जर्मन भाषाएँ सिखाई जाएँगी।
- केन्द्रीय पर्यटन संस्कृति मंत्रालय के मुताबिक पहले चरण में 200 लोगों को सामूहिक प्रशिक्षण दिया जायेगा।
- इस पहल से देश के पर्यटन को नयी ऊंचाईयां मिलने की सम्भावना।
वाराणसी प्रदेश ही नही बल्कि देश स्तर पर भी विदेशी पर्यटकों के लिए पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है। ऐसे में केंद्रीय पर्यटन संस्कृति मंत्रालय की इस पहल के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। इस तरह की पहल से देश के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा व पर्यटकों में असुरक्षा की स्थिति को बहुत हद तक कम किया जा सकेगा।