चंदौली में शौचालय निर्माण में लाखों का घोटाला सामने आया है. नमामि गंगे एवं स्वच्छ भारत अभियान के तहत गंगा किनारे के गांवों के में शौचालय बन रहा है. उन शौचालयों के निर्माण में घोटाला सामने आया है.
लाखों का घोटाला आया सामने:
- धानापुर ब्लाक के दो गांवों व चहनियां ब्लाक के तीन गांवों में कुल मिलाकर 56 लाख 40 हजार रुपये का घोटाला जांच के पहले चरण में खुला है.
- मानकों को ताक पर रखकर प्राइवेट कंपनी को शौचालय निर्माण का ठेका दिया गया था.
यही नहीं लाभ पहुँचाने के लिए एक मुश्त रकम का ऑनलाइन भुगतान कर दिया गया था.
मार्च 2017 से अप्रैल 2017 के बीच तत्कालीन डीएम कुमार प्रशांत के कार्यकाल में भुगतान हुआ.
लखनऊ गोमती खंड स्थित डी एम आर इंफोसिस्टम प्रा. ली. कंपनी बिना शौचालय निर्माण के ही रुपये लेकर फरार है.
तीन ग्राम विकास अधिकारी निलंबित:
- इस मामले में DPRO में तीन ग्राम विकास अधिकारी को निलम्बित किया है.
- इन तीनों पर FIR करने हेतु फाइल मंजूरी के लिए भेजा डीएम हेमन्त कुमार के पास भेजी गई है.
- निदेशक विजय किरण आनंद को DPRO अनिल सिंह ने पूरे प्रकरण से अवगत कराया है.
- पूरे मामले में डीपीसी संतोष सिंह की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है.
- DPRO ने माना नियमों को ताक पर रखकर जमकर लूट हुई.
- शौचालय निर्माण में जो घोटाला सामने आया है, उसपर अभी शासन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.
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