चंदौली जनपद में जिला खाद सुरक्षा विभाग के भ्रष्टाचार दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहा है. चाहे आम आदमी के स्वास्थ्य से कितना भी खिलवाड़ क्यों न हो विभाग की लापरवाही और अनदेखी पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा। इसी वजह से खाद्य सामग्री में धड़ल्ले से मिलावट कर व्यापारी मुनाफा कमाने में लगे हुए हैं।

खाद्य विभाग ने नहीं लिया मामले का संज्ञान:

ताज़ा मामला एशिया के सबसे बड़े खोवा मंडी मुगलसराय में सामने आया है। जहां लगभग 2 कुंटल मिलावटी खोवा मिलने से ग्राहकों में हड़कंप का मच गया है।

दरसल मिर्ज़ापुर जिले के चुनार इलाके से एक व्यापारी 2 कुंटल खोआ मुग़लसराय खोआ मंडी में बेचने आया। मंडी में जब व्यापारियों ने खोए की जांच की, तो व्यापारियों के होश फाख्ता हो गए।

जांच में व्यापारियों ने पाया कि खोआ में मिलावट है और क्वालिटी खराब है। इस पर व्यापारियों में गुस्सा बढ़ गया. व्यापारियों का आक्रामक रुख देखकर खोआ लेकर आया शख्स वहां से फरार हो गया।

जिसके बाद खोआ मंडी के व्यापारियों ने पूरे खोए में मिट्टी का तेल डालकर नष्ट किया और तालाब में फिकवा दिया। इतना बड़ा मामला होने के बाद भी जिला खाद्य सुरक्षा विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगा. विभाग ने जांच करवाना तो दूर मामले में संज्ञान लेना भी जरुरी नहीं समझा. विभाग की तरफ से कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा.

वहीं इस पूरे प्रकरण में कोई भी विभागीय अधिकारी बात करने को भी तैयार नहीं है । इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग कितना सतर्क है और अपनी ड्यूटी कितने निष्ठापूर्वक निभा रहा है।

बता दे कि इस खोआ मंडी से पयरवांचल सहित बिहार, झारखंड व बंगाल तक खोआ सप्लाई किया जाता है। ये तो अच्छा रहा कि व्यापारियों ने अपनी जिम्मेदारी को समझा और मिलावटी खोए को खुद ही नष्ट कर दिया। अगर ये खोआ लोगो के घरों में पहुँच जाता तो क्या होता आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है।

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