राजधानी लखनऊ में जबसे मेट्रो निर्माण कार्य शुरू हुआ है तब से ट्रैफिक व्यवस्था बेपटरी हो गई है। सरोजिनी नगर में कानपुर रोड पर पूरे दिन ट्रैफिक बेपटरी रहता है। आलम यह है कि लोगों को पैदल तक निकलना मुश्किल हो गया है। शहीद पथ तिराहे से शांति नगर तक वाहनों की कतारें लगी रहती हैं। 2 किलोमीटर का रास्ता तय करने में वाहन सवारों को 2 घंटे तक लग जाते हैं। बुधवार को इसका आलम देखने को मिला। इस दौरान जाम में कई एंबुलेंस भी फंसी रही।सुबह तड़के करीब 4:00 बजे से शुरू हुआ जाम देर शाम तक चलता रहा। इससे राष्ट्रीय राज्य मार्ग की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। वहीं कानपुर रोड पर जाम से एयरपोर्ट आने वाले लोग भी परेशान रहे। अब देखने वाली बात होगी कि मेट्रो निर्माण के कारण बना यह गड्ढा अब कब भर पाएगा और कब इधर के लोगों को शाम से राहत मिल पाएगी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]लचर ट्रैफिक व्यवस्था से लोग परेशान[/penci_blockquote]
जानकारी के मुताबिक टीपी नगर मेट्रो स्टेशन के पास एक गड्ढे में पानी भर जाता है। यहां सड़क में जगह-जगह गड्ढे हैं। जिनसे लोगों की जान को खतरा रहता है। बुधवार को गड्ढे में ट्रक (यूपी 34 टी 24678) पलट गया। हादसे में क्लीनर मोहम्मद अफसर चोटिल हो गया। वहीं ट्रक पलटने से जाम की समस्या बढ़ गई। ट्रैफिक पुलिस व्यवस्था लचर होने के चलते कानपुर रोड पर आए दिन जाम लग रहा है। लचर ट्रैफिक पुलिस व्यवस्था के कारण लोग परेशान हैं।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]गैर जनपदों की गाड़ियों पर रहती है ट्रैफिक पुलिस की नजर[/penci_blockquote]
लोगों का आरोप है कि शहीद पथ तिराहे (दो नंबर हाइवे) पर ट्रैफिक पुलिस दूसरे जिलों से आने वाले वाहनों पर निगाह रख कर जमकर वसूली करती है। यहां के अलावा एयरपोर्ट वीआईपी तिराहा और नादरगंज तिराहे पर यातायात पुलिसकर्मी, होमगार्ड के जवानों की तैनाती है, लेकिन यह सिर्फ बाहरी जनपदों की गाड़ियों से अवैध वसूली में ज्यादा व्यस्त रहते हैं। बुधवार को भी ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी जाम छुड़ाने के बजाय अपने काम में व्यस्त रहें। इसके कारण लंबा जाम लग गया।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]थाने के पुलिसकर्मियों ने संभाला मोर्चा[/penci_blockquote]
लोगों ने बताया कि लंबा जाम लगता देख सरोजिनी नगर थाने के पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाला। लेकिन ट्रैफिक पुलिसकर्मी वसूली में जुटे रहे। जाम के झाम में फंसकर दिनभर लोग जूझते रहे। कोचिंग, स्कूल, में पढ़ने वाले बच्चों को भी घर जाने में घंटो लग गए। इसके चलते उनके अभिभावक भी परेशान रहे।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]2 किलोमीटर जाने लगे 2 घंटे [/penci_blockquote]
जाम में फंसे लोगों ने बताया कि 2 किलोमीटर का रास्ता तय करने में करीब 2 घंटे तक लग गए। इससे लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। रेंग रेंग कर चल रहे वाहनों के कारण लोगों ने शॉर्टकट के चक्कर में गलियों से निकलने की कोशिश की तो गलियां तक दिनभर चोक रहीं।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]गैर जिले की गाड़ी देख लपकते हैं होमगॉर्ड[/penci_blockquote]
ट्रैफिक पुलिस की वसूली का आलम सिर्फ एक ही जगह नहीं है। राजधानी के आउटर रिंग रोड और बाहरी तिराहे, चौराहों पर वसूली का ये आलम देखा जा सकता है।यहां ट्रैफिक होमगार्ड घात लगाकर बाहरी नंबर की गाड़ियों को देखते रहते हैं। बाहरी जिले की गाड़ी का नंबर दिखते ही होमगॉर्ड उसे लपक कर रोक लेते हैं, फिर उगाही करते हैं।
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