राजधानी लखनऊ में रविवार को देशभर के किन्नरों ने सिकंदरबाग चौराहे से लेकर गांधी प्रतिमा हजरतगंज तक पदयात्रा निकाली। पदयात्रा में किन्नरों ने दंपत्ति जीवन जीने के को लेकर धारा हटाने की मांग की। किन्नरों ने कहा कि पदयात्रा के माध्यम से सरकार से कानून बनाने की मांग करेंगे, ताकि समाज में किन्नरों को भी बराबरी का मिल सके। पदयात्रा के दौरान किन्नरों में काफी उत्साह देखने को मिला। प्यार के इस वैलेंटाइन सप्ताह में किन्नरों ने एक दूसरे के गले मिलकर प्यार का इजहार किया। लखनऊ शहर में किन्नरों की यह दूसरी अवध गौरव सम्मान यात्रा 2018 है।
रंग बिरंगे कपड़े और मुखौटे देखकर रुक गए लोग
चेहरे पर विभिन्न प्रकार के मुखौटे और चश्मे बैंडबाजे की धुन, रंगबिरंगें कपड़े और ढोलक की थाप पर नाचते देश भर के किन्नरों का हुजूम रविवार को हजरतगंज इलाके में निकला। ये नजार देखकर लोग ठिठक गए और एक दूसरे से पूछते रहे यह क्या हो रहा है? यह जिंदगी के सतरंगी इंद्रधनुषी रंग विखेरने के लिए समलैंगिकों की सलाना यात्रा थी। जिसे अवध गौरव यात्रा 2018 का नाम दिया गया था।
धारा 377 को खत्म करने की मांग
किन्नरों ने पैदलमार्च के दौरान समलैंगिकता को अपराध मानने वाली धारा 377 को खत्म करने की मांग की। इसको लेकर लेकर दिल्ली, मुंबई सहित देशभर से आए सैकड़ों समलैंगिक और उनके समर्थकों ने एक रैली निकाली। इस रैली में जोश से सराबोर, हाथों में गुब्बारे और झंडा बैनर लिए, समलैंगिक होने पर गर्व करो जैसे नारे लगाते समलैंगिक और इनके समर्थक काफी प्रसन्न दिख रहे थे। बैंड बाजों की धुनों पर नाचते हुए यह लोग समाज की मुख्यधारा में अपनी जगह बनाने की जद्दोजहद के बीच बिना किसी की परवाह किए अपनी खुशियों का इजहार कर रहे थे। उन्होंने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिस पर कई प्रकार के स्लोगन लिखे थे।
देशभर के किन्नर हुए थे इकठ्ठा
अवध गौरव यात्रा 2018 का नेतृत्व कर रही पायल फाउंडेशन की अध्यक्ष पायल गुरु ने बताया कि यह यात्रा पूरे देश में निकाली जाती है। यह यात्रा हर साल अलग-अलग शहरों में निकाली जाती है पिछली बार की तरह इस बार भी इसका आयोजन लखनऊ में किया गया। इसमें पूरे देश के प्रमुख शहरों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड सहित कई राज्यों से भी किन्नर इकट्ठे हुए थे। उन्होंने बताया कि हम लोगों की मांग है कि आम नागरिकों की तरह हम लोगों को भी दंपत्ति जीवन जीने का हक दिया जाये ताकि हम लोग भी अजीब तरीके की जिंदगी जीने के बजाय थोड़ा आनंद भरी जिंदगी जी सकें। अवध की इस गौरव यात्रा में किन्नरों के साथ कई लोगों ने भी भाग लिया। बीच सड़क पर ढ़ोल नगाड़े और डांस देख कर हर कोई राहगीर थोड़ा रूककर उन्हें देखने लग रहा था।