फर्रुखाबाद जिले में माफियाओ के आज भी हौसले बुलंद है। डग्गामार वाहन माफिया खुले आम परिवाहन विभाग को चूना लगा रहे है। जिले में उत्तर प्रदेश के कई जिलों से लेकर कई राज्यों जैसे राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश तक फैले अपने वाहनो को रोडवेज बस स्टैंड के सामने से खुले आम बिना किसी दखल के सावरिया भरते नजर आ जायेगे।
वाहन माफिया खुले आम कर रहे डग्गामारी:
वही इस डग्गा मारी से रोडबेज को आये दिन करोडो का चुना लगता है। बाहन माफिया अपने रसूक के चलते अपने वाहनों के नकली कागजो के सहारे सड़को पर दौड़ रहे है। जिससे आये दिन दुर्घटनाये हो रही है।
आज एक ऐसी दुर्घटना मैनपुरी जिले के करहल थाना क्षेत्र के गांव किरतपुर के पास हुआ जब अनियंत्रित होकर बस पलट गई। सुबह साढ़े छह बजे हुए इस हादसे में 17 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 35 घायल हो गए। मरने वालों में ज्यादातर उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद व कन्नौज जिले के बताए जा रहे थे।
मैनपुरी बस हादसे में 17 की मौत:
इनमें कई जयपुर में मजदूरी करते हैं और ईद का त्योहार मनाने अपने घर आ रहे थे। बता दें कि यूपी 76 के 7275 नंबर की एक निजी बस जयपुर से दैनिक यात्रियों को लेकर रात 10 बजे जयपुर से चली थी। उसे कन्नौज के गुरसहायगंज जाना था। करीब 90 यात्रियों से भरी बस उस समय डिवाइडर से टकराकर पलट गई.
वहीं जब इस मामले की जानकारी फर्रुखाबाद आरटीओ से करनी चाही तो वह ऑफिस में नहीं मिले। ऑफिस के बाहर पीटीओ बीके आनंद मिले. उन्होंने बताया की अभी ऑफिस का चार्ज लिए 10 दिन हुए है, मुझे इस की जानकारी नहीं है.
आरटीओ आधिकारी भी लापरवाह:
जब की सूत्रों से जानकारी हुई की यूपी 76 के 7275 नंबर की बस साधारण बस में पास है. इस बस को स्लीपर कोच में चलाया जा रहा है ।
दवंगो डग्गामार बहन स्वामियों के हौसले कुछ इस कदर बुलद है कि सभी बसों में उत्तर प्रदेश पर्यटक, उत्तर प्रदेश परिवहन निगम जैसे स्लोगन लिखे साफ़ दिखाते है।
जिला प्रशासन बसों के दबंग मालिको के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से बचता हैं. जाँच और कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है । लेकिन इन बसों का सञ्चालन बंद नहीं किया जाता है