सरकार प्रशासन को जनता की सुविधा और सुरक्षा के लिए निर्देशित करती है पर जब इन्हीं पर जनता आरोप लगाने लगे और उनसे डरना शुरू कर दें तो सरकार की जिम्मेदारी और जवाबदेही और अधिक बढ़ जाती है. शामली जिले में कुछ ऐसी ही जवाबदेही सरकारी अधिकारी ही सरकार से चाह रहे हैं, जहाँ खुद ट्रेजरी ऑफिसर ने जिले के डीएम और एडीएम पर जान से मारने का आरोप लगाया है.
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=”” font_weight=”bold”]एडीएम शामली पर लगा गाली-गलौज और जान से मारने का आरोप [/penci_blockquote]
[penci_blockquote style=”style-3″ align=”left” author=”” font_style=”italic”]माननीय मुख्यमन्त्री जी डीएम व एडीएम शामली से बचाईये, नही तो वो मुझे जान से मार देंगे.[/penci_blockquote]
शामली जिलें में ट्रेजरी ऑफिसर ने जनपद के एडीएम पर आरोप लगाया है कि अगर वो शामली में पद पर तैनात रहे तो एडीएम शामली उसे जान से मारवा देंगा। [penci_blockquote style=”style-3″ align=”none” author=””]ट्रेजरी ऑफिसर ने एडीएम शामली पर गाली-गलौच और हाथपाई करने का आरोप लगाया हैं।[/penci_blockquote] इसके अलावा नियमो के विरुद्ध जबरन काम कराए जाने का भी एडीएम व डीएम पर आरोप लगा है।
पीड़ित ऑफिसर ने इस पूरे मामले की शिकायत प्रमुख सचिव, निदेशक कोषागार और एसपी शामली से की है। वहीं पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी सुरक्षा की गुहार लगाई है और डीएम व एडीएम से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की हैं।
क्या है मामला:
दरअसल पूरा मामला शामली कलेक्ट्रेट का है, शामली कलेक्ट्रेट में तैनात ट्रेजरी ऑफिसर ज्ञानेंद्र पांडेय ने एडीएम केबी सिंह पर अभद्रता करने व मारपीट का आरोप लगाया है.
ट्रेजरी ऑफिसर ज्ञानेंद्र पांडे का आरोप है कि एडीएम शामली केबी सिंह ने उनके दफ्तर में घुसकर पहले तो स्टाफ के लोगों के साथ अभद्रता करते हुए गाली-गलोच की और उसके बाद पीड़ित आफिसर के सरकारी नंबर पर फ़ोन किया और उन्हें अपने दफ्तर में आने के लिए कहा.
जिसके बाद पीड़ित ज्ञानेंद्र पांडेय एडीएम कुंवर बहादुर सिंह के आफिस पहुंचे. आरोप है कि उसी दौरान एडीएम कुंवर बहादुर सिंह ने गाली-गलौच करना शुरू कर दिया और ट्रेजरी ऑफिसर ज्ञानेंद्र पांडेय से एडीएम ने जमकर मारपीट भी की।
ट्रेजरी अधिकारी ने ये भी आरोप लगाया कि एडीएम कुंवर बहादुर सिंह व डीएम इंद्रविक्रम सिंह उनसे जबरन नियमो के विरुद्ध कार्य कराने का दबाव बना रहे थे. जिन्हें ऑफिसर ज्ञानेन्द्र ने करने से मना कर दिया था।
जिससे झल्लाए एडीएम ने ऑफिसर को अपने आफिस में बुलाकर मारपीट कर दी। ऑफिसर ज्ञानेंद्र को जान से मारने की धमकी तक दी हैं।
एडीएम पर नियमो के विरुद्ध कार्य कराने का दबाव बनाने का आरोप:
दरअसल एडीएम शामली कंवर बहादुर सिंह को सहायक निबंधक कार्यालय का प्रभार दिया गया है. आरोप है कि एडीएम ने अदेता प्रमाण पत्र जारी किया था। लेकिन यह कार्य कार्यालय अध्यक्ष का होता है, जिसका वेरिफिकेशन वह ट्रेजरी से चाहते थे.
लेकिन ट्रेजरी के बाबू ने एडीएम के बाबू को बताया कि ट्रेजरी से केवल डीडीओ के हस्ताक्षर ही प्रमाणित किये जाते है.
इस तरह के हस्ताक्षर वो प्रमाणित नही कर सकते, बस उसी बात को लेकर एडीएम कुंवर बहादुर सिंह आग बबूला हो गए और ट्रेजरी अफसर व कर्मचारियों से दफ्तर में गली गलौच व मारपीट कर दी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=”” font_weight=”bold”]शिकायत करने पर डीएम पर धमकाने का आरोप [/penci_blockquote]
जिसकी शिकायत पीड़ित ऑफिसर ने अपने उच्च अधिकारी से की। जिस पर सम्बंधित अधिकारी शामली पहुंचे और डीएम इन्द्रविक्रम से इस पूरे प्रकरण में बात करनी चाही तो डीएम इन्द्रविक्रम सिंह ने पहले तो पीड़ित ऑफिसर को अपने आफिस से बाहर चले जाने की बात कही और फिर से दिखाई ना देने की धमकी भी दी।
डीएम ने दोबारा आफिस पहुंचने पर अंजाम भुगतने की भी बात कही। डीएम इन्द्रविक्रम ने ऑफिसर के उच्च अधिकारी से बताया कि वो जो भी काम उन्हें करने के लिए कहते है, वो समय पर नही करते है और ना ही उनके द्वारा बताए गए कार्यो को पूर्ण किया गया है। फिलहाल पीड़ित शामली डीएम व एडीएम से सहमा हुआ है।
वहीं पीड़ित ज्ञानेंद्र पांडेय ने प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से भी मदद की गुहार लगाई है कि उन्हें डीएम इन्द्रविक्रम सिंह व एडीएम कुंवर बहादुर सिंह से बचा ले. उन्होंने कहा कि एडीएम और डीएम से उन्हें न बचाया गया तो वे उन्हें मुझे जान से मार देंगे और अपील की है कि या तो उन्हें सुरक्षा मुहैय्या कराई जाए या फिर जनपद शामली से उनका ट्रांसफर कर दिया जाए।
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