इतिहास के पन्नों पर दर्ज 14 अप्रैल का दिन कोई भी नहीं भूल सकता। अग्निशमन सेवा स्मृति दिवस के अवसर पर जहां पूरे देश में शोक परेड का आयोजन कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। वहीं फायर स्टेशन हजरतगंज बाल्मीकी मार्ग लखनऊ, में भी शोक परेड का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आम सेवा एवं पुलिस के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा शहीद स्मारक पर रीथ व पुष्प अर्पित कर अग्निशमन सेवा के शहीद कर्मचारियों को श्रदाजंली अर्पित की गई।
डीआईजी ने भी दी शहीदों को श्रद्धांजलि
- परेड में उपस्थित सभी अधिकारी/ कर्मचारियों द्वारा 2 मिनट का मौन रखा गया।
- स्मृति दिवस परेड के मुख्य अतिथि प्रवीण सिंह पुलिस महानिदेशक, फायर सर्विस उप्र ने शोक परेड की सलामी ली।
- इस अवसर पर उन्होंने अपने सम्बोधन में बताया कि 14 अप्रैल-1944 को मुम्बई बन्दरगाह में मालवाहक जहाज में लगी आग को बुझाने के प्रयास में अग्निशमन सेवा के 66 कर्मी शहीद हो गये थे।
- जिनकी याद में प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को अग्निशमन सेवा स्मृति दिवस पूरे भारत वर्ष में मनाया जाता है।
- तथा इसी दिन से 20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है।
पूरे प्रदेश में हैं 285 अग्निशमन केंद्र
- पुलिस महानिदेशक, फायर सर्विस उ0प्र0 द्वारा यह भी बताया गया कि वर्तमान में प्रदेश में 75 जनपदों में कुल 285 अग्निशमन केन्द्र तथा अग्निशमन सेवा के 9,172 कर्मी ‘त्राणाय सेवामहे’ (We Servg to Save) की भावना से कुल 1643 वाहनों/ मशीनों/पम्पों की सहायता से निष्ठा पूर्वक अपने कर्तव्य का पालन कर रहे है।
- वर्ष 2016 में उ0प्र0 के फायर सर्विस कर्मियों द्वारा सीमित संसाधनों का बेहतर प्रयोग कर 2,436 मनुष्यों तथा 3,698 पशुओं के जीवन की रक्षा करते हुए लगभग 26 अरब 85 करोड़ की सम्पत्ति को जलने से बचाया।
- अग्नि दुर्घटना में 729 मनुष्यों व 2042 पशुओं ने अपनी जान गवांई व अनुमानित क्षति 8 अरब 20 करोड़ रूपये की हुई।
- उन्होंने अग्निशमन के अधिकारियों/ कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा इस वर्ष ‘अग्नि सुरक्षा सप्ताह’ का संकल्प ‘firemen your partner for saving life and property’ (‘फायर मैन-जीवन और सम्पति को बचाने में आपका साथी’) पर बल दिया, ताकि अग्नि दुर्यटनाओं में हो रही वृदि को रोका जा सके।
- अग्निशमन केन्द्र हजरतगंज में आयोजित स्मृति दिवस परेड में प्रवीण सिंह, पुलिस महानिदेशक फायर सर्विस उ0प्र0, पी0के0राव, निदेशक, फायर सर्विस उ0प्र0 लखनऊ, जे0के0सिंह एवं अरविन्द कुमार, संयुक्त निदेशक, फायर सर्विस उ0प्र0,लखनऊ, ए0बी0पाण्डेय, मुख्य अग्निशमन अधिकारी लखनऊ के सहित जनपद के समस्त अग्निशमन अधिकारी/ कर्मचारी उपस्थित रहे।
राज्यपाल ने अग्नि सुरक्षा रैली को हरी झंडी
- स्मृति दिवस परेड के बाद पुलिस महानिदेशक, फायर सर्विस के नेतृत्व में अग्निशमन सेवा लखनऊ के अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री, उ0प्र0 लखनऊ, राज्यपाल उ0प्र0, प्रमुख सचिव गृह, उ0प्र0 शासन पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 को स्टीकर लगाया गया।
- राज्यपाल ने राजभवन में अग्नि सुरक्षा रैली को हरी झण्डी दिखाकर प्रस्थान कराया गया।
- इस रैली में बुलेट मोटर साईकिल,वाटर मिस्ट मिनी बाटर टेण्डर,वाटर टेन्डर, हाइड्रोलिक प्लेट फार्म, के अतिरिक्त राटा टेल्को,सहारा संस्थानों के भी वाहन सम्मिलित हुए।
- रैली राजमवन से चल कर बन्दरियाबाग, फन सिनेमा गोमतीनगर पालीटेक्निक, चौराहा इन्दिरानगर, एच0ए0एल0, महानगर, सहारा कपूरथला, आई0टी0 चौराहा, डालीगंज बासमण्डी, सिटी स्टेशन, गोलागंज, कैसरबाग, नूर मंजिल, वार्लिंग्टन चौराहा से होते हुए विधान सभा पर समाप्त हुई।
- रैली के दौरान अग्नि निरोधक पम्पलेट्स आम नागरिकों में वितरण कर अग्नि सुरक्षा उपायों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया।
क्यों मनाया जाता है अग्निशमन दिवस
- बैठक के दौरान आईजी ने दमकलकर्मियों को जानकारी देते हुए बताया कि अग्निशमन दिवस 14 अप्रैल को हर साल मनाया जाता है।
- इसके पीछे की कहानी यह है कि 14 अप्रैल 1944 को फोर्टस्टीकेन नाम का मालवाहक जहाज में मुम्बई बंदरगाह के पर अचानक आग लग गई थी।
- यह आग बुझाते समय जहाज में विस्फोटक सामग्री होने के कारण 66 अग्निशमन कर्मी आग की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हुए थे।
- तब से ही इन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने व आग से बचाव के उपाय बताने के लिए देशभर में यह दिन अग्निशमन दिवस के रूप में मनाया जाता है।