जहां एक तरफ देश में ट्रिपल तलाक पर बस कानून बनने ही वाला है वहीँ दूसरी तरफ अभी भी तीन तलाक के मामले सामने आ रहे हैं. मुस्लिम समुदाय की महिलाओं द्वारा उठाई गई इस मुहिम पर लोकसभा में विधेयक पारित हो चुका है. उम्मीद है कि जल्द ही तीन तलाक के खिलाफ कोई कड़ा कानून भी बन जायेगा.
दहेज़ की मांग पूरी न करने पर तीन तलाक:
जबकि तीन तलाक जैसा कोई नियम है ही नहीं फिर भी अपने देश में इसकी पकड़ बहुत मजबूत बनी हुई है. ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र के आजाद इन्कलेव में तीन तलाक का मामला प्रकाश में आया है. करीब 5 साल पहले आजाद इन्कलेव से ताहिर पुत्र अब्दुल रशीद की शादी कस्बा जहांगीराबाद निवासी शाहीन पुत्री मौ0 शरीफ के साथ हुई थी.
आरोप है कि तभी से लड़का पक्ष दहेज की मांग कर रहा था और शादी के 4 महीने बाद ही लड़की को तलाक दे दिया. करीब 6 महीने बाद लड़का व लड़की पक्ष का आपसी समझौता हुआ और हलाला के बाद दोबारा शादी करा दी गयी. पीड़िता का आरोप है कि करीब 4 साल तक पति व उसके परिजन लगातार दहेज के कारण मारपीट करते थे.
तलाक देकर फरार हुआ पीड़िता का पति;
कुछ माह से पति, पत्नी के साथ आजाद इन्कलेव में अपने माता पिता से अलग रह रहा था. रविवार दोपहर करीब 12 बजे पीड़िता शाहीन की माँ राहिला बेटी से मिलने आजाद इन्कलेव आयी थी. तभी लड़के के परिजन भी मौके पर आ गए. किसी बात को लेकर दोनो पक्षो में कहा सुनी हुई. उसी समय करीब 4 बजे पति अपनी पत्नी को चौक पर घसीटते हुए ले गया और तीन बार तलाक देकर फरार हो गया।
चौक के पास मकान मालिक शादिक ने बताया कि वह दो लोगो के साथ घर के बाहर बैठे थे. एक लड़का एक लड़की को अंदर गली से घसीटते हुए लेकर आया और हाथो में झटका मारकर तीन बार तलाक देकर भाग गया.