उत्तर प्रदेश की ताज नगरी आगरा में पिछले गुरुवार को टीवी न्यूज़ एंकर दामिनी माहौर के साथ नशे में धुत दो युवकों ने छेड़खानी की। दामिनी स्टूडियो में अपना काम खत्म कर घर लौट रही थीं। आरोप है कि तभी दोनों युवकों ने उनपर अभद्र टिप्पणी की और उनका पीछा किया। पहले तो दामिनी ने उन्हें नजरअंदाज किया, लेकिन बाद में उन्होंने महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर फोन कर मदद भी मांगी, लेकिन उन्हें कोई सहायता नहीं मिली।
दामिनी ने अपने साथ हुई इस घटना को फेसबुक पर शेयर किया। उनकी यह पोस्ट अब वायरल हो रही है। फेसबुक पोस्ट वायरल होने के बाद 1090 के प्रभारी आईजी नवनीत सिकेरा ने दामिनी से माफ़ी मांगते हुए दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया। वहीं दोनों आरोपी उबैदुल्लाह और सबाहुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। आईजी ने बताया कि जैसे ही मामला संज्ञान में आया वैसे ही एक्शन लिया गया, लापरवाहों पर कार्रवाई और दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा गया।
पीड़ित दामिनी ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि “25 जनवरी 2018 रात 8 बजे मैं भगवान टॉकीज़ से एमजी रोड पर जा रही थी। भगवान टॉकीज़ से ये दो नौजवान युवक, जो कि नशा किए हुए थे, मुझे इशारे करते हुए मेरे साथ-साथ चलने लगे। मैंने पहले तो इनको नज़रअंदाज़ किया। लेकिन थोड़ी देर बाद ये मुझसे बात करने की कोशिश करने लगे। सूरसदन पर आकर मैंने अपना रास्ता बदल लिया और दूसरी तरफ मुड़ गयी। वहीं ये लोग भी पीछे-पीछे आ गए। जब मैं बहुत परेशान हो गई तो मैं इन दोनों की गाड़ी के नम्बर की फोटो खींचने लगी। इस दौरान पीछे बैठा युवक बोला कि नम्बर फ़र्ज़ी है, फिर जब मैंने उसकी फोटो ली तो वो अलग-अलग पोज़ देने लगा। आप फोटो में देख सकते हैं। शर्म और डर नाम की कोई चीज़ इनके चेहरे पर दिखाई नहीं दे रही”
दामिनी ने बताया कि उन्होंने महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर फोन कर बताया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। फिलहाल दामिनी के पोस्ट पर हरकत में आई पुलिस ने एफआईआर के आधार पर सोमवार शाम को पीछा करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार किये गए आरोपियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 354 डी के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया। बता दें कि आगरा की सड़कों पर छेड़खानी के बाद फोटो सेशन गुंडे छेड़खानी के बाद फोटो खींचकर जाते हैं लेकिन इस दौरान कहीं पुलिस नहीं दिखाई देती है। अब सवाल है कि जब आगरा के कप्तान इतने सक्रिय रहते हैं फिर भी गुंडों के भीतर पुलिस का कोई खौफ नहीं है। स्थानीय लोगों की माने तो लड़कियों और महिलाओं का रात में आगरा में चलाना बहुत ही खतरनाक है।