नोटबंदी के बाद जहां पूरा देश लाईन में लग गया वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के डायरेक्टर कार्डियोलॉजिस्ट और सीएमएस ने यहां के अकाउंट सेक्शन के जरिए अपना कालाधन बदलवाया है। संस्थान के अकाउंट सेक्शन के अनूप सक्सेना ने इस खेल में मदद दी है। हलाकि पांच ट्वीट के जरिये इसकी जानकारी दी गई लेकिन मीडिया सोशल मीडिया में आने पर डॉक्टर सफाई दे रहे हैं कि उनका ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया। इससे पहले उनका याहू और रेलवे का आईआरसीटीसी का अकाउंट भी हैक हो चुका है इसकी उन्होंने पीजीआई थाने में लिखित शिकायत की है।
यह है पूरा मामला
- जानकारी के मुताबिक, एसजीपीजीआई लखनऊ के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग के एडीशनल प्रोफेसर डॉक्टर अमिताभ आर्य के नाम पर बने ट्विटर अकाउंट से यह जानकारियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करके ट्वीट की गईं।
- लेकिन इस बारे में पूछने पर डॉक्टर ने कहा कि यह ट्वीट्स उनके नहीं है।
- शायद किसी ने ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया है।
- उन्होंने आशंका जताई कि ऐसा करके कोई उनकी छवि खराब करना चाहता है।
- उन्होंने बताया कि इससे पहले याहू अकाउंट और रेलवे का आईआरसीटीसी अकाउंट हैक किया जा चुका है।
- वह इसकी शिकायत पीजीआई पुलिस से कर चुके हैं और अब साइबर सेल से करेंगे।
https://twitter.com/BJPLucknowBJP/status/814023677024944128
- मंगलवार की शाम 7:00 बजे हुए इन 5 ट्वीट्स में कहा गया है कि एसजीपीजीआई लखनऊ भ्रष्टाचार का केंद्र बन चुका है।
- यहां प्रशासनिक ब्लॉक आईआरएफ, एचआरएफ अकाउंट सेक्सन ही नहीं बल्कि पीआरओ ऑफिस भी इन भ्रष्टाचार में शामिल है।
- दूसरा ट्वीट डॉक्टरों पर है जिसमें आरोप है कि पीजीआई के कई डॉक्टर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
- वह गलत काम करते हैं और संस्थान के लिए होने वाली खरीद में भ्रष्टाचार करते हैं।
- तीसरे ट्वीट में नोट बंदी की वजह से भ्रष्टाचारियों की आंखों में भय दिखाने की बात कही गई है, और चौथे व पांचवें ट्वीट पीजीआई के डायरेक्टर कार्डियोलॉजिस्ट सीएमएस आदि पर अकाउंट विभाग के जरिए अपना काला पैसा सफेद करवाने के आरोप लगाए गए हैं।
- सूत्रों के मुताबिक इस खेल में सपा का एक कद्दावर नेता भी शामिल है जो पार्टी के विवादों में अहम भूमिका में रह चुका है।