उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला में एक मासूम को दबंगों ने मच्छरदानी में सोते समय अपहरण कर लिया। आरोप है कि परिवार के बीच सो रहे बालक का अपहरण करने के बाद उसकी नृशंस हत्या कर दी गई। सुबह बेटे को गायब देख परिजनों के होश उड़ गए। परिजन उसे ढूंढ रहे थे कि किसी ने गांव के बाहर तालाब किनारे बालक का शव क्षतविक्षत शव पड़ा देख परिजनों को सूचना दी तो उनके होश उड़ गए। मासूम के चेहरे व पैर पर भी चोट के निशान थे। सूचना मिलते ही एएसपी दिगम्बर कुशवाहा, सीओ अरविंद कुमार वर्मा और एसएचओ बीपी यादव मौके पर पहुंचे। पुलिस ने परिवारीजनों के बयान दर्ज किए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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ग्रामीणों के मुताबिक, हत्यारों ने धारदार हथियार से बालक का गला काट डाला था और पेट को फाड़ दिया था। बालक के पिता ने गांव के प्रधान व उसके प्रतिनिधि सहित चार लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। परिजनों का आरोप है कि ग्राम प्रधान दबंग है इसके चलते पुलिस कार्रवाई में हीलाहवाली करती रही। एसएचओ बीपी यादव ने बताया कि मुख्य आरोपित जयपाल सहित प्रधान प्रतिनिधि निर्मल को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो अन्य आरोपितों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। परिजनों का आरोप है कि दो अन्य आरोपियों को पुलिस गिरफ़्तारी करने से पैर पीछे खींच रही है।
मासूम का गला रेतकर फाड़ दिया था पेट
जानकारी के मुताबिक, बड्डूपुर थाना क्षेत्र के ग्राम परवर भारी निवासी भोला रावत गुरुवार रात अपने तीन पुत्र दीपक (15), सत्येंद्र (10), सत्यम (7) और पुत्री लकी (9) के साथ सो रहा था। शुक्रवार भोर करीब चार बजे सत्यम के साथ सो रहे सत्येंद्र को कुछ लोग उठा ले गए। घर से करीब तीन सौ मीटर दूर और गांव के पूरब स्थित एक तालाब किनारे सत्येंद्र का शव पड़ा मिला। हत्यारों ने सत्येंद्र का गला रेत कर करीब-करीब धड़ से अलग कर दिया था, पेट को बेरहमी से फाड़ दिया था। पिता भोला रावत ने पुलिस को बताया कि रात करीब दो बजे वह जगा था तो सत्येंद्र का हाथ मच्छरदानी से बाहर था जिसे उसने अंदर किया था। सुबह वह खेत चला गया। कुछ देर बात वह वापस घर आया तो पुत्री लवी ने बताया कि सत्येंद्र गायब है। जब उसकी तलाश शुरू की तो सुबह करीब आठ बजे तालाब किनारे उसका शव मिला।
पुत्री से दुष्कर्म रहा हत्या की वजह
मृत बच्चे के ताऊ ओम प्रकाश ने बताया कि शव मिलने के बाद जयपाल गांव से भाग रहा था। शक होने पर ग्रामीणों ने उसे रोकना चाहा तो वह भागने लगा जिसे दौड़ाकर ग्रामीणों ने उसे पकड़ा और पुलिस के सिपुर्द किया। एएसपी ने भी बताया कि जयपाल की पुत्री ने भी हत्या की साजिश बनाए जाने की पुष्टि की है। एसपी ने बताया कि पिछली 4 अगस्त 2017 को गांव के ही जयपाल गौतम ने मृतक सत्येंद्र के पिता भोला के खिलाफ अपनी पुत्री से दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में भोला जेल गया था और एक जनवरी 2018 को जेल से बाहर आया था। इस प्रकरण का मुकदमा न्यायालय में लंबित है। भोला का आरोप है कि इसी रंजिश में जयपाल ने गांव के प्रधान रामेश्वर मौर्या, उनके प्रतिनिधि निर्मल और मुरली के साथ साजिश रचकर पुत्र की हत्या की है।