राजधानी लखनऊ में बदमाशों का आतंक तो दूर की बात पुलिसकर्मियों का बदमाशों से ज्यादा बोलबाला है। ताजा मामला गोमती नगर थाना क्षेत्र का है। यहां नशे में धुत दो सिपाहियों ने एप्पल मोबाइल कंपनी के एरिया मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी। गोली लगते ही कार सवार युवक की गाड़ी अनियंत्रित होकर खंभे से जा टकराई। गोली लगने से घायल युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक को गंभीर हालत में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

घटना के बारे में जानकारी देते हुए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि गस्त कर रहे दो सिपाहियों को कार में कुछ संदिग्ध हरकत लगी। इससे उन्होंने कार सवार को रोका। इस पर कार सवार युवक ने उनकी दो पहिया गाड़ी में टक्कर मार दी। इसके बाद सिपाहियों ने बचाव में गोली चला दी। गोली कार की सीट में जा धंसी। कार अनियंत्रित होने कर बाद खंभे से जा टकराई। हो सकता है युवक की मृत्यु एक्सीडेंट से हुई हो। फिर भी इस मामले में तहरीर के आधार पर दोनों सिपाहियों के विरुद्ध हत्या का अभियोग पंजीकृत कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मौत किस वजह से हुई इसकी पुष्टि पीएम रिपोर्ट आने के बाद हो सकेगी। उधर इस मामले में प्रत्यक्षदर्शी महिला को पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया है। महिला से पुलिस किसी भी व्यक्ति को मिलने नहीं दे रही है। महिला को मीडियाकर्मियों से भी नहीं मिलने दिया जा रहा था।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त तेवर देख हरकत में आये अधिकारी[/penci_blockquote]
इधर मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवर सख्त देखने के बाद शासन हरकत में आ गया। विवेक तिवारी को दौड़ाकर कार में गोली मारने वाले सिपाही प्रशांत चौधरी तथा संदीप को बर्खास्त कर दिया गया है। एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि दोनों पर गंभीर आरोप लगा है। चेकिंग के दौरान किसी पर गोली चलाना एक जघन्य अपराध है।

घटना के बाद मौके पर डीजीपी ओपी सिंह सहित तमाम पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं भाजपा विधायक आशुतोष टंडन ने भी मौके पर जाकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। डीजीप ने विवेक तिवारी हत्याकांड में आईजी लखनऊ रेंज सुजीत पांडेय की अध्यक्षता में गठित की एसआईटी। एसपी क्राइम लखनऊ और एसपी देहात को भी शामिल किया। गोरखपुर में इस प्रकरण की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री के तेवर बेहद सख्त हो गए। उन्होंने तत्काल ही इस मामले में सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद शासन ने तत्काल ही दोनों सिपाहियों को बर्खास्त करने का आदेश जारी किया। लखनऊ के एसएसपी ने भी इस प्रकरण में एसआइटी जांच शुरू करा दी है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]चश्मदीद ने सुनाई पुलिसिया बर्बरता की दास्तां[/penci_blockquote]
विवेक हत्याकांड की एकमात्र चश्मदीद सना को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। न तो पुलिस ने उसे विवेक की पत्नी कल्पना से मिलने दिया और न ही मीडिया के सामने उसे लाया जा रहा है। यहां तक कि घटना के करीब एक से डेढ़ घंटे के भीतर ही पुलिस ने उससे तहरीर भी लिखवा ली। केस दर्ज करने में हमेशा लापरवाही करने वाली पुलिस ने आखिर विवेक के किसी परिजन का इंतजार क्यों नहीं किया। इसके साथ ही घटना के एक घंटे के भीतर ही सना से ही तहरीर लिखवा ली। ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हैं। नजरबंद होने से पहले सना से जब बात की गई तो उसने पुलिसिया गुंडई की सारी कहानी सुबकते हुए बता दी।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]फोन लॉन्चिग में देर होने के चलते बॉस घर छोड़ने जा रहे थे[/penci_blockquote]
सना ने बताया कि फोन लॉन्चिग में देर होने के चलते उसके बॉस विवेक तिवारी उसे घर छोड़ने जा रहे थे। गोमतीनगर विस्तार में सीएमएस स्कूल के पास सामने से दो पुलिस वाले आ गए। दोनों हमें जबरदस्ती रोकने लगे लेकिन चूंकि मैं अकेली थी तो किसी तरह की बात न हो इसलिए सर ने गाड़ी को नहीं रोका, लेकिन हम जैसे ही बढ़े पुलिस वाले ने गोली मार दी। सना ने बताया कि पुलिस वालों ने सामने गाड़ी लगाई थी, जब विवेक सर साइड से गाड़ी निकालने लगे तो हमारी गाड़ी का पहिया थोड़ा सा बाइक पर चढ़ गया, उस समय तक पुलिसवाले बाइक से उतर चुके थे। उन्होंने बताया कि पुलिसवालों को बिल्कुल भी चोट नहीं लगी थी। इसके बाद एक पुलिस वाले ने विवेक सर पर तुरंत फायरिंग कर दी, जबकि दूसरे के हाथ में लाठी थी। सना का कहना था कि जब तक मैं कुछ समझ पाती गाड़ी जाकर आगे दीवार से टकराकर रुक गई। इसके बाद देखा तो विवेक के सिर से खून बह रहा था।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]प्रशांत चौधरी ने किया था फायर- एसएसपी[/penci_blockquote]
जानकारी के मुताबिक, घटना गोमतीनगर थाना क्षेत्र की है। यहां L-3/63 विनय खंड गोमती नगर लखनऊ निवासी सना खान ने पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार की रात अपने कलीग विवेक तिवारी (38) के साथ घर जा रही थी। सीएमएस गोमतीनगर विस्तार के पास उनकी गाड़ी खड़ी थी, तभी सामने से दो पुलिसवाले आए और इन्होंने बचकर निकलने की कोशिश की।’ सना ने बताया कि दोनों सिपाही सफेद रंग की पुलिस की अपाचे बाइक पर सवार थे। दोनों ओवरटेक करके निकल रहे थे इस दौरान सिपाहियों की गाड़ी अनियंत्रित हो गई और गिर गई। बाइक की रफ्तार तेज होने की वजह से बाइक क्षतिग्रस्त हो गई।

गाड़ी के टकरा जाने से गुस्साए सिपाहियों में एक ने बाइक दौड़ाकर विवेक के गले में गोली मार दी। गोली लगते ही आगे बढ़ रही कार अनियंत्रित होकर पिलर से टकरा गई। इस दौरान विवेक के सिर से खून बहने लगा। सना चिल्लाई और पुलिस से मदद मांगी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायल अवस्था में युवक को डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि जाँच में पता चला कि विवेक को गोली कांस्टेबल प्रशांत चौधरी ने मारी थी। उस वक्त उसके साथ कांस्टेबल संदीप भी था। पुलिस ने सना की तहरीर के आधार पर हत्या का केस दर्ज कर दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]आरोपी ने कहा कि हम पर कार चढ़ाने की कोशिश की गई[/penci_blockquote]
आरोपी सिपाही प्रशांत ने कहा, ”हम रात डेढ़ बजे गश्त पर थे। तभी हमने पूछताछ के लिए कार सवार को बाहर आने के लिए कहा, लेकिन उसने दो-तीन बार पुलिस की बाइक पर गाड़ी चढ़ाई। मुझे आत्मरक्षा में मजबूरन गोली चलानी पड़ी। इसके बाद कार सवार वहां से भाग गया।”

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]आरोपी ने कहा कि हम पर कार चढ़ाने की कोशिश की गई[/penci_blockquote]
आरोपी सिपाही प्रशांत ने कहा, ”हम रात डेढ़ बजे गश्त पर थे। तभी हमने पूछताछ के लिए कार सवार को बाहर आने के लिए कहा, लेकिन उसने दो-तीन बार पुलिस की बाइक पर गाड़ी चढ़ाई। मुझे आत्मरक्षा में मजबूरन गोली चलानी पड़ी। इसके बाद कार सवार वहां से भाग गया।”

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]सुल्तानपुर का रहने वाला था मृतक[/penci_blockquote]
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया विवेक आईफोन कंपनी एपल में एरिया मैनेजर था। कार में उसकी सहकर्मी सना खान भी मौजूद थी। नैथानी ने बताया कि कार रात डेढ़ बजे गोमतीनगर इलाके में खड़ी थी। सिपाहियों ने पूछताछ की तो विवेक ने भागने की कोशिश की और गाड़ी दीवार से टकरा गई। फायर करने वाले सिपाही प्रशांत चौधरी को हिरासत लेकर पूछताछ की जा रही है। विवेक के साथ कार में मौजूद सना खान की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज हुआ है। सना ने शिकायत में बताया, ”मैं रात को विवेक के साथ घर जा रही थी। सामने से दो सिपाही आए और रोकने लगे। विवेक ने बचने के लिए कार साइड से निकाले की कोशिश की। इस दौरान गाड़ी एक बाइक और अंडरपास की दीवार से टकरा गई।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]सुल्तानपुर का रहने वाला था मृतक[/penci_blockquote]
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया विवेक आईफोन कंपनी एपल में एरिया मैनेजर था। कार में उसकी सहकर्मी सना खान भी मौजूद थी। नैथानी ने बताया कि कार रात डेढ़ बजे गोमतीनगर इलाके में खड़ी थी। सिपाहियों ने पूछताछ की तो विवेक ने भागने की कोशिश की और गाड़ी दीवार से टकरा गई। फायर करने वाले सिपाही प्रशांत चौधरी को हिरासत लेकर पूछताछ की जा रही है। विवेक के साथ कार में मौजूद सना खान की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज हुआ है। सना ने शिकायत में बताया, ”मैं रात को विवेक के साथ घर जा रही थी। सामने से दो सिपाही आए और रोकने लगे। विवेक ने बचने के लिए कार साइड से निकाले की कोशिश की। इस दौरान गाड़ी एक बाइक और अंडरपास की दीवार से टकरा गई।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]घटना से इलाके में मचा हड़कंप[/penci_blockquote]
इस घटना ने लखनऊ पुलिस के होश उड़ाकर रख दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आरोपित दोनों सिपाही रोजाना रात को क्षेत्र में पटरी दुकानदारों के साथ खूब गुंडई करते थे। आरोप है कि दोनों सिपाही नशे के आदी हैं। शाम होते ही दोनों नशे में टल्ली हो जाते थे। घटना के वक्त विवेक के साथ गाड़ी में मौजूद सहकर्मी सना का आरोप है कि कॉन्स्टेबल ने बाइक दौड़ाकर विवेक के गले में गोली मारी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है। एसएसपी ने बताया कि इसके बाद कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने एक फायर किया, जिसके बाद बुलेट कार के विंड शील्ड को पार कर गया। उनका कहना है कि विवेक की मौत कार के टकराने से आई ऐक्सिडेंटल चोटों की वजह से हुई है या गोली लगने से यह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो पाएगा।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]प्रत्यक्षदर्शी को पुलिस ने किया नजरबंद[/penci_blockquote]
पति की हत्या की प्रत्यक्षदर्शी और मुकदमे की वादी सना खान को पुलिस ने घर में नजर बंद कर दिया। पुलिस सना से किसी भी व्यक्ति को नहीं मिलने दे रही थी। सना को मीडियाकर्मियों से भी नहीं मिलने दिया जा रहा था। घटना से पुलिस के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश है। मृतक के परिवार वालों ने आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]पत्नी ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप, कहा हादसा नहीं ये हत्या है[/penci_blockquote]
घटना के बाद एसएसपी ने बयान दिया कि विवेक की मौत गाड़ी टकराने से एक्सीडेंट या गोली लगने से हुई होगी। वहीं मृतक की पत्नीकल्पना ने पुलिस को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। मृतक की पत्नी ने रोते हुए बताया कि अगर एक्सीडेंट हुआ होता तो सना को भी चोट लगती। लेकिन सना सुरक्षित है, उसे खरोच भी नहीं आई है। पीड़िता ने बताया कि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं चल रही थी। विवेक की पत्नी कल्पना ने कहा, ”यह हादसा नहीं है। पुलिस ने विवेक की हत्या की। वे अपनी गलती छिपाने के लिए बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। मुझे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब चाहिए। आखिर मेरे पति को क्यों मारा गया।”

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]गोमतीनगर फायरिंग केस पर अमिताभ ठाकुर की टिप्पणी[/penci_blockquote]
गोमतीनगर फायरिंग केस ने एक बार पुनः यह साबित कर दिया है कि पुलिस व्यवस्था तथा पुलिसिया सोच में बुनियादी परिवर्तन की सख्त जरुरत है। यह घटना अत्यंत शर्मनाक है तथा इससे कई सीख लिए जाने की आवश्यकता है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]मृतक की पत्नी ने CM योगी से मांगी नौकरी और 1 करोड़ मुआवजा[/penci_blockquote]
आईफोन बनाने वाली कंपनी Apple में एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की मौत हो गई। मौत के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मच गया. पीड़ित पत्नी ने सीएम योगी को चिट्ठी भेजकर पुलिस विभाग में नौकरी और एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है। मृतक की पत्नी कल्पना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब मांगा है। उनका कहना है, ‘पुलिस ने मेरे पति को क्यों मार दिया? अगर वो जैसी भी हालत में थे उन्हें गोली क्यों मारी गई? आरटीओ से नंबर के जरिए पता करते और फिर घर आते। गोली मारने की जरूरत क्यों आई?’

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]सीएम के जबाव तक अंतिम संस्कार ना करने की चेतावनी[/penci_blockquote]

मामले में मृतक विवेक तिवारी की पत्नी ने कहा कि हम अपने पति का अंतिम संस्कार तबतक नहीं करेंगे। जबतक सीएम योगी हमारे सवालों का जवाब नहीं देते। इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में कहा कि यह एक दुर्घटना हैं, एनकाउंटर नहीं है। हमारी संवेदना मृतक के परिजनों के साथ है। अगर जरूरत पड़ी तो हम इस घटना की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश करेंगे। वहीं, लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि दोनों आरोपी पुलिसवालों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है और उन्हें जेल भेज दिया गया है।

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