मुजफ्फरनगर के खतौली में शनिवार की शाम हुए उत्कल एक्सप्रेस हादसे के संदर्भ में सोशल मीडिया पर दो रेल कर्मियों की बातचीत का ऑडियो वायरल हो रहा है. उसमें एक रेलकर्मी दूसरे रेलकर्मी को बता रहा है कि इस पूरे कांड में स्टेशन मास्टर और मरम्मत के कार्य में जुटे गैंगमैन की ही भूमिका संदिग्ध है.
ऑडियो से पता चल हादसे का ये कारण –
- ऑडियो की मानें तो रेलवे की ओर से घटनास्थल वाले ट्रैक पर मरम्मत का कार्य हो रहा था.
- मगर गैंगमैन व लोहार आदि ने पटरी को काटकर उसे जोड़ने में देरी कर दी, जिससे यह हादसा हुआ है.
- उस ऑडियो में बताया जा रहा है कि मरम्मत कार्य में जुटे सभी कर्मी बहुत ही लापरवाही से काम को अंजाम दे रहे थे.
- उसमें खतौली का एक रेलवेकर्मी पंजाब के पठानकोट में रह रहे अपने दूसरे रेलकर्मी दोस्त को सब बातें बता रहा है.
- ऑडियो में दर्ज है कि रेल की पटरी को काटने के बाद वहां तैनात गैंगमैन चाय पीने चले गए थे.
- यही नहीं, दस मिनट का काम भी वे दो घंटे में खत्म नहीं कर रहे थे.
- इस बीच एक ट्रेन वहां से गुजर चुकी थी.
- हालांकि, वह मात्र 15 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजर रही थी.
- इस दौरान दोनों दोस्तों के मध्य इस पर भी चर्चा हुई थी कि बीते 22 बरसों से उस ट्रैक की स्थिति खराब होती जा रही थी.
ट्रैक पर प्रॉपर सिग्नल की व्यवस्था की जाती तो नही होता हादसा-
- उस ट्रैक को बदलने की कार्रवाई तो रेलवे ने शुरू कर दी थी मगर उसमें स्टेशन मास्टर व अन्य कर्मियों की लापरवाही ने शनिवार को बड़ी संख्या में लोगों को अपना निशाना बना लिया.
- उस ऑडियो क्लिप में यह भी बात करते साफ सुनी जा सकती है कि यदि मरम्मत के समय ट्रैक पर प्रॉपर सिग्नल की व्यवस्था की जाती तो यह हादसा कभी न हुआ होता.
- हालांकि, इस ऑडियो क्लिप की पुष्टि नहीं हो सकी है. फिर भी इसमें तो कोई दो राय नहीं है कि यदि अधिकारियों ने मरम्मत को सही तरीके से अंजाम दिया होता तो यह हादसा नहीं होता.
- बता दें कि घटनास्थल पर कटा हुआ रेल ट्रैक और मरम्मत के लिए रखा गया टूल बॉक्स आदि भी बरामद किया गया है.
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Mohammad Zahid
मैं @uttarpradesh.org का पत्रकार हूँ। तथ्यों को लिखने से मुझे कोई रोक नहीं सकता।नवाबों के शहर लखनऊ का हूँ इसलिए बुलंद आवाज़ भी उठाता हूँ तो बड़े एहतराम से....