उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह (OP Singh) ने शनिवार सुबह तड़के ‘वीमेन पॉवर लाइन 1090’ का औचक निरीक्षण किया। डीजीपी के 1090 पहुंचने की सूचना मिलते ही डब्ल्यूपीएल (WPL) में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा गया। बताया जा रहा है कि डीजीपी ने 1090 में मौके पर मौजूद ड्यूटी अफसर को जमकर लताड़ लगाई। हालांकि छुट्टी होने के चलते अधिकारी बच गए। आनन-फानन में अधिकारी कार्यालय भागे लेकिन तब तक डीजीपी जा चुके थे। बताया जा रहा है जिस समय डीजीपी पहुंचे थे उस समय कार्यालय में नाइट ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी ही मौजूद थे।
सरोजनीनगर थाने में गंदगी देख भड़के डीजीपी
इसके बाद डीजीपी का काफिला अचानक सरोजनीनगर थाने पहुंचा। सरोजनी नगर थाने में गंदगी और अव्यवस्था पर डीजीपी नाराज हुए। यहां संतरी ड्यूटी से गायब मिला। वहीं ड्यूटी पर मौजूद सब इंस्पेक्टर ने लापरवाही दिखाई इसके चलते डीजीपी ने सिपाही सुधीर कुमार और एसआई रविंद्र कुमार को तत्काल निलंबित करने का फरमान जारी कर दिया। डीजीपी के अचानक दौरे से सभी थानेदार हिले हुए हैं।
विवादित थानेदारों की अब खैर नहीं
सूत्रों के मुताबिक, विवादित थानेदारों पर अब डीजीपी खुद ही डंडा चलाएंगे। वह प्रदेश भर में कहीं भी औचक निरीक्षण कर सकते हैं। डीजीपी के निरीक्षण में बेहतर पुलिसकर्मियों को सम्मानित और लापरवाहों पर कार्रवाई की जा सकती है। डीजीपी ने प्रदेशभर के विवादित थानेदारों की पूरी सूची (काला चिट्ठा) जिला कप्तानों से तैयार करा ली है। डीजीपी के प्रकोप से अब लापरवाह पुलिस कप्तान भीं नहीं बच पाएंगे।
डीजीपी ने कसे कर्मचारियों के पेंच
जानकारी के मुताबिक, डीजीपी सुबह करीब 6:45 बजे ‘वीमेन पॉवर लाइन 1090’ के हेडक्वार्टर पहुंचे। इतनी सुबह डीजीपी को देख वहां मौजूद कर्मचारी सन्न रह गए। सूत्रों के अनुसार, डीजीपी ने यहां की कार्य व्यवस्था देखी। इसके बाद डीजीपी ने कर्मचारियों को लाइन में खड़ा करके फटकार भी लगाई। डीजीपी हिदायत देते हुए कहा कि कार्य और ड्यूटी में लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। सूत्रों के मुताबिक डीजीपी लापरवाहों पर कार्रवाई भी कर सकते हैं।
मौके पर नहीं मिला कोई जिम्मेदार अधिकारी
सूत्रों के मुताबिक, जिस समय डीजीपी मौके पर पहुंचे थे उस समय वहां कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति मौजूद नहीं था। कार्यालय में ना तो एडीजी अंजू गुप्ता थीं और ना ही एसपी सुजाता थीं। इसके अलावा सीओ बबिता सिंह भी मौके पर नदारद थीं। सूत्रों के अनुसार डीजीपी करीब 15 मिनट 1090 कार्यालय में रहे। इस दौरान कर्मचारी हलकान रहे। डीजीपी ने कर्मचारियों से समस्याओं के बारे में भी पूछा लेकिन समस्याएं बताने की किसी ने हिम्मत नहीं जुटा पाई। डीजीपी के जाने के बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।
1090 कार्यालय में समस्याओं का अम्बार
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ‘वीमेन पॉवर लाइन 1090’ के आईजी रहे आईपीएस नवनीत सिकेरा का जब से तबादला किया है तब से समस्याओं का अम्बार लगा हुआ है। वर्तमान समय में 1090 का एडीजी अंजू गुप्ता को बनाया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जब से अंजू ने कार्यभार ग्रहण किया है तब से सभी कर्मचारियों के पेंच टाइट रहते हैं। 1090 की शुरुआत से ही चल रही कैंटीन भी बंद करवा दी गई। सभी कर्मचारी चाय से लेकर अन्य खाने पीने का सामान बाहर से लाकर काम चला रहे हैं। इस मामले में जब जिम्मेदारों से पूछताछ की गई तो उन्होंने कैंटीन में रंगाई-पुताई होने की बात बताई।
महिला कर्मचारी के इस्तीफे से मचा हड़कंप
ख़बरों के मुताबिक यहां तैनात एक महिला कांस्टेबल की सास का एक्सीडेंट हो गया था। उसने 15 दिन की छुट्टी मांगी तो उसे सबके सामने बेइज्जत किया गया और फटकार कर भगा दिया गया। अपनी बेइज्जती होने और सास के एक्सीडेंट के बाद भी छुट्टी ना मिलने से आहत कर्मचारी ने त्यागपत्र दे दिया। सूत्रों के अनुसार उसका त्यागपत्र सीओ ने स्वीकार भी कर लिया था लेकिन उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप और समझाने के बाद महिला को पांच दिन की छुट्टी दी गई। मामले में अपनी फजीहत होते देख अधिकारियों ने मामले को दबा दिया।
फेसबुक पेज भी बंद, सोशल मीडया पर तरह तरह की चर्चा
बता दें कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनी महिला हेल्पलाइन ‘वीमेन पॉवर लाइन 1090’ बदहाली के दौर से गुजर रही है। ख़बरों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर हरदम एक्टिव रहने वाला 1090 का फेसबुक पेज भी बंद हो गया है। जब इस बारे में हमने पता किया तो जिम्मेदारों ने जबाव दिया कि पेज अपडेट हो रहा है। परंतु पुलिस सूत्रों का कहना है कि भितरघात के चलते सोशल मीडया पर 1090 को बंद किया जा सकता है। खबरें ये भी हैं कि एडीजी 1090 का कायाकल्प करने की तैयारी में हैं जो पहले हो रहा था वह अब नए सिरे से होगा।