प्रदेश सरकार ने प्रदेश के केन्द्रीय कारागार बरेली में दाखिल बंदी कृष्णपाल ऊर्फ मुल्ला पुत्र रामपाल सिंह तथा बंदी जयपाल पुत्र श्री शोभाराम को पत्नी के उपचार हेतु पैरोल (दण्ड का अस्थाई निलम्बन) की स्वीकृति दिया गया है।
सरकार ने जताई संवेदना
केन्द्रीय कारागार बरेली में निरुद्ध बंदी जयपाल निवासी
सहारनपुर को तथा बंदी कृष्णापाल उर्फ मुल्ला, निवासी जनपद बरेली को
पत्नी के उपचार हेतु एक माह के पैरोल पर कारागार से छोड़े जाने के आदेश जारी किए गए हैं।
साथ ही वरिष्ठ अधीक्षक, केन्द्रीय कारागार, बरेली को निर्देश दिए गए हैं,
बंदी पैरोल की अवधि में शांति बनाए रखने तथा अच्छे चाल-चलन रखने औ
र पैरोल की अवधि समाप्त होने पर जेल में वापस जाने के लिए
आपकी संतुष्टि के अनुसार दो जमानतों सहित एक निजी मुचलका दाखिल करें।
तथा बंदी के विरुद्ध अन्य कोई मुकदमा किसी न्यायालय में विचाराधीन न हो।
बंदी का जेल आचरण संतोषजनक हो, इसकी भी पुष्टि करें।
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पैरोल की अवधि को बंदी द्वारा काटी गई सजा में नहीं जोड़ा जाएगा।
यदि बंदी पैरोल समाप्त होने पर नियत तिथि को जेल में हाजिर न हो।
तो बंदी तथा उसके जमानतदारों के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की जाएगी।
बंदी को पैरोल अवधि में अपने निवास स्थान में अपनी उपस्थिति की सूचना देनी होगी।
बीते दिनों लगी थी आग
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में आग लगने से दो मरीजों की मौत हो गई।
हादसा सुबह लगभग 3 बजे हुआ। आईसीयू में लगी आग से अस्पताल में भगदड़ मच गई।
लोग मरीजों को लेकर इधर-उधर भागने लगे।
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बरेली के स्टेडियम रोड स्थित साईं अस्पताल के आईसीयू में सुबह लगभग 3 बजे आग लग गई।
इससे वहां धुंआ भर गया और मरीजों का दम घुटने लगा। जिस समय आईसीयू में हादसा हुआ ।
उस समय अस्पताल स्टाफ सो रहा था। आईसीयू होने के कारण अंदर कोई तीमारदार भी मौजूद नहीं था।
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एक तीमारदार ने धुआं देखा तो शोर मचाना शुरू किया।
शोर सुनकर अस्पताल स्टाफ जागा आनन फानन में पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन किया गया।
जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक आईसीयू में भर्ती दो महिला मरीजों की मौत हो गई।